नई दिल्ली। बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी इन दिनों वित्त मंत्रालय से जुड़े लोगों पर लगातार हमले कर रहे हैं। स्वामी के आरोपों से परेशान बीजेपी के कुछ नेता अब उन पर अंकुश लगाने की मांग कर रहे हैं। इन नेताओं का मानना है कि स्वामी के आरोपों से सरकार की छवि को नुकसान पहुंच रहा है और काम पर भी असर पड़ रहा है।
अरुण जेटली भी नाराज़
कहा जा रहा है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली भी नाराज़ हैं और उनकी नाराज़गी का कारण है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस विवाद में उनके पक्ष में बयान नहीं दिया। स्वामी ने कुछ दिन पहले केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मण्यन पर निशाना साधा था। जेटली पार्टी से स्वामी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर सकते हैं। स्वामी के द्वारा अरविंद सुब्रमण्यन पर हमला होते देख वित्त मंत्री अरुण जेटली उनके पक्ष में उतरे थे जिसके बाद स्वामी और जेटली की ट्विटर जंग तेज हो गई थी।
कोट और टाई में वे वेटर लगते है मंत्री
इसके अलावा स्वामी ने यह भी कहा था कि विदेश दौरे पर मंत्रियों को टाई सूट नहीं पहनना चाहिए। कोट और टाई में वे वेटर लगते हैं। इस दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ही विदेश दौरे पर थे। बाद में स्वामी ने कहा था कि वह जेटली के बारे में नहीं कर रहे थे।
स्वामी का आज का व्याख्यान रद्द
इसी बीच देश में आपातकाल लगाए जाने के 41 साल पूरा होने को लेकर स्वामी का प्रस्तावित व्याख्यान आज रद्द कर दिया गया। यह व्याख्यान दक्षिण मुंबई में एक निजी कॉलेज में होना था और स्वामी इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता थे। ‘आपातकाल: भविष्य के लिए सीख’ विषय पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के लिए महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख रावसाहेब दानवे और मुंबई के पार्टी प्रमुख आशीष शेलार सहित अन्य नेताओं को निमंत्रित किया गया था।
...तो इसलिए किया रद्द
यह पूछे जाने पर कि कार्यक्रम को क्यों रद्द किया गया, एक वरिष्ठ भाजपा अधिकारी ने कहा, ‘अपरिहार्य कारणों के चलते स्वामी रविवार को मुंबई आने की स्थिति में नहीं थे इसलिए कार्यक्रम रद्द किया गया। हालांकि आशीष शेलर से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया, ‘मुंबई भाजपा ने इस कार्यक्रम को रद्द करने का निर्णय किया।’ हालांकि उन्होंने इसके लिए कोई कारण बताने से इनकार किया।
चीन से स्वदेश लौटें जेटली
स्वामी की ओर से किए गए हमलों की पृष्ठभूमि में अपना चीन दौरा एक दिन घटाते हुए जेटली स्वदेश लौट आए। जेटली का पांच दिवसीय चीन दौरा बीते 24 जून को आरंभ हुआ था और इस दौरे मुख्य मकसद एशियाई आधारभूत संरचना निवेश बैंक (एआईआईबी) के संचालन मंडल की पहली बैठक में शामिल होना था। वित्त मंत्री बीती रात स्वदेश लौट आए। उनका चीनी वित्त मंत्री लोउ जिवेई से आज मिलने का कार्यक्रम था लेकिन यह मुलाकात कल ही हो गई।