मुंबई। केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को आरोप लगाए कि कांग्रेस गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी और वर्तमान में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को इशरत जहां मुठभेड़ मामले में ‘फंसाना’ और ‘परेशान करना’ चाहती थी। उन्होंने कहा कि पार्टी को अपने कृत्यों के लिए ‘खुलेआम माफी’ मांगनी चाहिए।
पाकिस्तानी अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली के कल मुंबई की अदालत के समक्ष खुलासे के परिपे्रक्ष्य में नायडू की ये टिप्पणियां आई हैं। हेडली ने अदालत में कहा था कि मुंबई के मुम्ब्रा की रहने वाली 19 वर्षीय लड़की वास्तव में लश्कर-ए-तैयबा की आतंकवादी थी।
उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से पूर्ववर्ती सरकार ने भाजपा नेताओं का उत्पीड़न करने का प्रयास किया। वे तत्कालीन मुख्यमंत्री को फंसाना चाहते थे और उन्होंने हमारी पार्टी के अध्यक्ष का भी उत्पीड़न किया। अब सच्चाई सामने आई है, उन्हें अपनी गलती का अहसास होना चाहिए और जो किया है उसके लिए खुलेआम खेद जताना चाहिए।
कांग्रेस पर राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे से खिलवाड़ करने के आरोप लगाते हुए नायडू ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ‘कुछ लोगों’ को तथ्यों के बजाए इशरत जहां में ज्यादा विश्वास है। वार्षिक नैसकॉम इंडिया लीडरशिप फोरम के इतर भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, यह तथ्य है कि इन आतंकवादियों का सहयोग कुछ भारतीय भी कर रहे हैं। स्थानीय सहयोग के बिना ये चीजें नहीं हो सकतीं।
यह पूछने पर कि गिरफ्त में आए दोहरे एजेंट हेडली के बयान को कितना महत्व दिया जाना चाहिए तो नायडू ने कहा कि खुलासे अदालत के समक्ष किए गए हैं और अब ये साक्ष्य हैं। उन्होंने कहा, जब वह कहते हैं जो उनको उपयुक्त लगता है तो वह विश्वसनीय है। जब ऐसा नहीं है तो वह विश्वसनीय नहीं है। इसे अदालत पर छोड़ दीजिए। पहली बार साक्ष्य सामने आए हैं।