पटना। हाल में जनता दल यूनाइटेड से निकाले गए प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि विकास के तमाम मापदंडों पर बिहार जहां 2005 में था, वहीं आज है। 15 सालों में विकास तो हुआ है लेकिन कैसा विकास हुआ है, कि सड़कें बन गई हैं लोगों के पास गाड़ी खरीदने की सुविधा नहीं बढ़ी। बिजली आ गई लेकिन बिजली खपत के मामले में कोई प्रगति नहीं हुई, क्योंकि प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से बिहार आज भी सबसे ग़रीब राज्य बना हुआ है।
प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉफ्रेंस में मीडिया के सामने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को जमकर कोसा। पीके ने नीतीश कुमार को पितातुल्य बताया, लेकिन साथ ही उन्हें पिछलग्गू कहकर आलोचना भी कर डाली। बीजेपी और जेडीयू गठबंधन पर पीके ने सलाव खड़े किये और कहा कि गांधी और गोडसे एकसाथ नहीं चल सकते।
जेडीयू के पूर्व उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने इससे आगे कहा कि वे नीतीश कुमार की के फैसले को हृदय से स्वीकार करते हैं और उसपर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। उनके प्रति जो सम्मान है,वो आगे भी रहेगा। साथ ही कहा कि पार्टी से निकालने का एकाधिकार उनका था, जो आगे भी रहेगा। इस दौरान प्रशांत किशोर ने ऐलान किया कि 20 फरवरी से वे ‘बात बिहार की ‘ नाम से एक कैंपेन भी शुरू करने जा रहे हैं।
अपनी पीसी में प्रशांत किशोर ने कहा कि, नीतीश कुमार से उनका संबंध विशुद्ध रूप से राजनीतिक नहीं रहा है। कहा कि, नीतीश कुमार से मुलाकात 2014 में पहली बार हुई थी, और उन्होंने मुझे अपने बेटे जैसा रखा और वैसा ही प्यार भी दिया। और जबतक नीतीश जी के दल में रहा उन्हें मैंने भी पितातुल्य ही माना।