नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच तल्खियां बढ़ती जा रही हैं। कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर मध्य प्रदेश में अपनी ही पार्टी की सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने एक बार फिर कमलनाथ सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अब सड़कों पर उतरना ही पड़ेगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ये भी कहा कि 5 पत्र पांच सालों के लिए है लेकिन वचन पत्र पूरा नहीं हुआ तो अब सड़कों पर उतरना ही पड़ेगा।
ग्लावियर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा - 'मैं जनसेवक हूं और जनता के मुद्दों के लिए लड़ना मेरा धर्म है। मैंने पहले भी कहा है कि सब्र रखना है, क्योंकि अभी एक साल हमें प्रदेश की सत्ता में हुआ है। लेकिन लोगों से किए गए हर वचन को पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है और इसे पूरा करना होगा। वचन पूरा नहीं होने की स्थिति में हम बिल्कुल सड़क पर उतरेंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस बयान को लेकर पत्रकारों ने दिल्ली में जब मुख्यमंत्री कमलनाथ से सवाल किया था तो उन्होंने तल्ख लहजे में कहा था 'तो उतर जाएं।' कमलनाथ सरकार में महिला विकास मंत्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया की कट्टर समर्थक माने जाने वाली इमरती देवी ने कहा था कि अगर महाराज सड़क पर उतरे तो पूरी कांग्रेस उनके साथ सड़क पर होगी। वहीं सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने कहा था कि सिंधिया पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, उन्हें आराम से बैठकर चर्चा करनी चाहिए।