अलवर। संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर के पोते प्रकाश अम्बेडकर ने कहा है कि केंद्र सरकार ने अगर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) वापस नहीं लिया तो इसके गंभीर नतीजे सामने आयेंगे। अम्बेडकर ने आज अलवर में संविधान एवं लोकतंत्र बचाओ मोर्चा की ओर से सीएए एनआरसी के विरोध में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश हित मे इस कानून को वापस लिया जाना चाहिए। अगर सीएए वापस नहीं लिया गया तो देश में बहुत बुरे हालात हो जाएंगे जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि इसे लाने की जरूरत क्या है? देश को 70 साल हो गए आजादी मिले, अब तक ऐसी कोई जरूरत नहीं पड़ी, लेकिन राजनीतिक पार्टियां अब 70 साल बाद एनआरसी लाने की बात कह रही हैं जो संविधान के खिलाफ है।
अम्बेडकर ने कहा कि हम चाहते हैं कि देश में अमन और शांति और भाई चारा बना रहे इसीलिए राजनीतिक पार्टियों से बात करके सीएए को वापस लेना चाहिए उन्होंने कहा कि यह देश भाजपा और आरएसएस का नहीं है। 15 अगस्त को काला दिवस मनाने की शुरुआत आरएसएस ने की। उन्होंने कहा कि संविधान की धारा 4 और 5 कहती है भारतवर्ष में जन्म लिया है उसकी नागरिकता उसके जन्म से मिलती है इसलिए दुबारा नागरिकता देने की बात कैसे कर सकते है। अम्बेडकर ने कहा कि चार मार्च को कई सगंठनों ने दिल्ली जंतर मंतर में आंदोलन आयोजित किया है। उम्मीद है कि वहां लाखों लोग आयेंगे। सरकार इस पर चर्चा करे, लेकिन सरकार चर्चा नही करने के लिए तैयार नहीं है।