पुणे। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने लगातार दूसरी बार जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए विरोधियों का सूपड़ा साफ कर दिया। आप ने वर्ष 2015 में 70 में से 67 और इस बार 62 सीटों पर जीत हासिल की। पिछली बार भाजपा ने 3 और इस दफा 8 सीटों पर कब्जा जमाया। खास बात ये है कि शीला दीक्षित के नेतृत्व में 15 साल तक दिल्ली पर राज करने वाली कांग्रेस का दोनों ही मौकों पर खाता भी नहीं खुला। इसका फायदा आप को हुआ।
प्रकाश जावडेकर ने भी लगभग यही बात कही है। जावड़ेकर ने शुक्रवार को यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस का अचानक ‘गायब’ हो जाना ही भाजपा की हार के लिए जिम्मेदार है क्योंकि इससे उनकी पार्टी और आप के बीच सीधा मुकाबला हो गया। जावड़ेकर बोले कि भाजपा की हार कांग्रेस के आकस्मिक गायब होने से हुई। यह अलग बात है कि क्या कांग्रेस गायब हुई या लोगों ने उसे गायब कर दिया या फिर उनके वोट दूसरी जगह चले गए। लोकसभा चुनाव में 26 फीसदी वोट हासिल करने वाली कांग्रेस केवल चार फीसदी वोट ले पाई।