नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूरी दुनिया में मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिये एकजुट होने पर जोर देते हुये गुरुवार को कहा कि भारत में कहीं से इन पदार्थों को न तो आने और न ही जाने दिया जायेगा। शाह ने यहां बिम्सटेक देशों के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये कहा कि पूरी दुनिया में मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए एकजुट होना आवश्यक है और भारत इस कार्य के लिए विश्व का नेतृत्व करने को तैयार है। भारत ने बहुत कम समय के अंदर ही देश में मादक पदार्थ नियंत्रण के प्रति कई महत्वपूर्ण कदम उठायें हैं जिनका सकारात्मक प्रभाव सामने आया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया की कुल आबादी के लगभग पांच प्रतिशत लोग मादक पदार्थों के प्रभाव से ग्रसित हैं अर्थात विश्व के 27 करोड़ से अधिक लोग ऐसे पदार्थों की आदतों से घिरे हुए हैं, जो गंभीर चिंतन का विषय है। उन्होंने यह भी बताया कि इसमें बहुत तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। वर्ष 2009 में यह आंकड़ा करीब 21 करोड़ था और 10 साल में यह 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 27 करोड़ तक पहुंचा है। नशे के कारण लाखों लोगों की मृत्यु होती है।
मादक पदार्थों का सेवन पूरे विश्व के लिए एक अभिशाप के समान है। शाह ने कहा कि पूरे विश्व में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी से एक बडी राशि का लेन-देन होता है, जिसका उपयोग अवैध सामाजिक गतिविधियों में किया जाता होगा। उनका कहना था कि अफगानिस्तान में होने वाली अफीम की खेती का प्रभाव केवल भारत पर ही नहीं, सभी देशों पर पड़ता है। पिछले वर्ष देश में दक्षिण पश्चिम एशिया के देशों से आने वाली हेरोइन की मात्रा में अत्यधिक बढ़ोतरी हुई है।