चंडीगढ़। इंडियन नेशनल लोकदल(इनेलो ) के नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा है कि रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में 150 रुपए प्रति सिलेंडर की वृद्धि कर भाजपा की केन्द्र सरकार ने दिल्ली की हार का बदला लेने के लिए आम आदमी की जेब पर बोझ डालकर उनके घरेलू बजट को डगमगाने का काम किया है। उन्होंने आज यहां जारी बयान में कहा कि देश में रोजमर्रा की कीमतों में इजाफा होने से मध्यम वर्ग को अपने जीवनयापन के लिए सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। देश के खुदरा मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर बढ़कर लगभग 8 प्रतिशत तक पहुंच गई है जो पिछले छह वर्ष के कार्यकाल में उच्चतम स्तर पर है।
इनेलो नेता ने कहा कि अफसोस की बात है कि इस महंगाई के जमाने में भी भाजपा नेताओं के बड़बोले बयानों से महसूस होता है कि उनको आम आदमी से कोई लेना-देना नहीं। कर्नाटक से सांसद एवं केंद्रीय रेल राज्य मंत्री देश की अर्थव्यवस्था के बारे में बयान देते हैं कि विपक्ष तो अनावश्यक तौर पर महंगाई के लिए आलोचना कर रहा है जबकि हवाई अड्डे यात्रियों से खचाखच भरे रहते हैं।
चौटाला ने कहा कि दिल्ली का चुनाव खत्म होते ही रसोई गैस उपभोक्ताओं पर महंगाई की मार पड़ी है। भाजपा के शासनकाल में महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है और केंद्र ने वर्ष 2020 के शुरुआत में रसोई गैस सिलेंडर के दामों में लगातार दूसरी बार वृद्धि की है। यह सरकार आम आदमी की न होकर पूंजीपतियों की सरकार है और महंगाई पर रोक लगाने में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है। भाजपा की सरकार आमजन का शोषण कर रही है। प्रधानमंत्री ने चुनाव में बड़े-बड़े वायदे कर दोबारा फिर सत्ता हथिया ली है जेकिन सत्ता में आने के बाद गरीब जनता का मजाक उड़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी होने के बावजूद भी रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि करना सरकार की ओच्छी मानसिकता का सबूत है। भाजपा की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है और चुनाव में आम आदमी को मूलभूत सुविधाओं का झांसा देकर वोट हथियाने का काम किया है। केंद्र की सरकार को आम आदमी की आर्थिक अवस्था को देखते हुए रसोई गैस में की गई वृद्धि तुरंत वापस लेनी चाहिए ताकि मध्यम वर्ग गृहणियों को राहत मिल सके।