अलवर। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव मोहन प्रकाश ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह गुजराती तो हो सकते हैं, लेकिन गांधीवादी विचारधारा के वारिस नहीं हो सकते। प्रकाश ने आज राजस्थान में अलवर के भीकमपुरा में तरुण भारत संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जेएनयू जैसे बड़े शिक्षण संस्थान में सरकारी स्तर पर गुंडागर्दी की जा रही है और यह सरकार द्वारा प्रायोजित गुंडागर्दी है। नकाब पहनकर शिक्षण संस्थाओं में दंगाई घुस रहे हैं और हिंसा कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह सारी हिंसा सरकार के कहने पर हुई है। प्रकाश ने कहा कि गांधी के नाम पर ये लोग वोट हासिल करना चाहते हैं जबकि केंद्र सरकार की नीति गांधी की विचारधारा के विपरीत जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार के दो मकसद हैं, एक तो आर्थिक संकट, बेरोजगारी एवं नोटबंदी के कारण जो वोटों का क्षरण हुआ है, उन्हें हासिल करना और दूसरा सीएए एवं एनआरसी के नाम पर गरीबों को संदिग्ध मानना। जिससे चुनाव आयोग संदिग्ध मानते हुए उनका वोट का अधिकार छीन ले। यह काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह कर रहे हैं।