नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और जीने के लिए गरिमापूर्ण माहौल की वकालत करते हुए कहा कि बच्चों के लिए एक ऐसी दुनिया का निर्माण करना चाहिए, जहां वे सुरक्षित, स्वस्थ्य तथा शिक्षित हों। गोयल ने यह बात शांति नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी की संस्था कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन (केएससीएफ) की ओर से यहां आयोजित ‘द हंमिगबर्ड अवार्ड’ समारोह के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि हम सभी को बच्चों के अधिकारों के लिए मिलकर काम करना चाहिए। इस मौके पर केएससीएफ ने दिल्ली पुलिस की मानव तस्करी निरोधक इकाई (एएचटीयू) के तीन अधिकारियों को पहले हंमिगबर्ड पुरस्कार से सम्मानित किया। इस साल हंमिगबर्ड पुरस्कार से सम्मानित होने वालों में पुलिस मुख्यालय में कार्यरत उपायुक्त (अपराध) जॉय तिर्की, सहायक पुलिस आयुक्त सुरेंद्र गुलिया तथा निरीक्षक मनोज कुमार शामिल हैं।
गुलिया 2017 से एएचटीयू का नेतृत्व कर रहे हैं और उनकी देखरेख में पुलिस ने 2019 में 978 लापता व्यक्तियों का पता लगाया था, जिसमें 152 नाबालिग थे। साथ ही पुलिस ने 2019 में 104 अगवा लोगों को मुक्त कराया, जिसमें 86 नाबालिग थे। इसके अलावा एएचटीयू ने 2019 में फुटपाथ पर रहने वाले 626 बच्चों को उनके माता-पिता से मिलवाया। पुलिस ने ‘ऑपरेशन मिलाप’ नाम से एक अभियान शुरू किया है। इस कार्यक्रम की शुरुआत इंडि-फ्यूजन बैंड इंडिया ओशन द्वारा प्रस्तुत किये गये एक बार फिर से निकल पड़े हैं गीत से हुई। इस मौके पर नोबेल पुरस्कार विजेता एवं फाउंडेशन के संस्थापक कैलाश सत्यार्थी, दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त प्रवीर रंजन सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।