वाराणसी। हैदराबाद, रांची और उत्तर प्रदेश की घटना के बाद समाज में जगरूकता फैलाने के लिए लोग तरह-तरह के प्रयास कर रहे है। इसी सिलसिले में धर्म की नगर काशी में सामाजिक संस्था आगम ने नई पहल की है। इस पहल के तहत अब किसी भी बलात्कारी के मंदिरों में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके लिए जगह-जगह पोस्टर भी चस्पा किए गए हैं।
इसके लिए बकायदे पोस्टर भी चस्पा किए गए हैं। वाराणसी के कालिका गली स्थित कालरात्रि मंदिर में बाकायदा मुख्य द्वार के साथ ही गर्भगृह सहित अन्य जगहों पर पोस्टर भी चस्पा किए गए हैं, जिसमें बेटियों का सम्मान न करने वालों, बेटियों के जन्म पर दुखी होने वाले और दुराचारियों का मंदिर में प्रवेश निषेध बताया गया है। कार्यक्रम के आयोजक संतोष ओझा ने बताया कि भगवान का स्थान सबसे पवित्र होता है।
महिलाएं-बेटियां देवी के समान होती हैं और जो इनका सम्मान नहीं करेगा, उसको ऐसे पवित्र स्थलों पर प्रवेश की अनुमति नहीं है। उन्होंने बताया कि अभी तो यह शुरुआत है आगे शहर के अन्य देवी मंदिरों पर भी ऐसे पोस्टर लगाकर बनारस के सभी मंदिरों में ऐसे लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का अभियान चलाने की तैयारी है। इस संबंध में मंदिर के पुजारी श्रीनाथ तिवारी कहते हैं कि सब जगह बच्चियों के साथ अन्याय हो रहा है, जिससे मन व्यथित हो गया है। यही कारण है कि हमारे मंदिर में ऐसे लोग प्रवेश न करें, जिनका मन दूषित हो।