नई दिल्ली। हैदराबाद एनकाउंटर पर कई लोग पुलिस की तारिफ कर रहे हैं तो कई एनकाउंटर पर सवाल भी खड़े कर रहे हैं। इस मामले में बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि ज्यूडिशियल सिस्टम को सुधारने की जरूरत है। फास्ट ट्रैक कोर्ट का फैसला अंतिम होना चाहिए और मृत्युदंड के लिए कोई और अपील या दया याचिका नहीं होनी चाहिए। अगर वे (वेटनरी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में आरोपी) भागने की कोशिश कर रहे थे, तो मैं पुलिस के साथ खड़ा हूं।
जबकि इस बारे में साइबराबाद पुलिस के कमिश्नर वी. सज्जनार ने प्रेस वार्ता में कहा कि 27-28 नवंबर की रात युवती के साथ दुष्कर्म हुआ और बाद में जिंदा जला दिया गया, हमने आरोपियों के खिलाफ सबूत इकट्ठे किए और बाद में उन्हें गिरफ्तार किया, हमें दस दिन के लिए पुलिस कस्टडी मिली। रिमांड के चौथे हम उन्हें बाहर लेकर आए, उन्होंने हमें सबूत दिए, आज हम उन्हें आगे के सबूत इकट्ठा करने के लिए लेकर आए थे, लेकिन उन्होंने पुलिस पार्टी पर हमला बोल दिया, हमारे दो हथियार छीने गए थे, जिसके बाद पुलिस को आरोपियों पर फायरिंग करनी पड़ी।