नैनीताल। कांग्रेस के महासचिव एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोमवार को केन्द्र एवं राज्य सरकार पर एक साथ हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में कमी आयी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मोदी सरकार के खिलाफ 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ी रैली करेगी। रावत ने हल्द्वानी में आज पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के चलते देश की जीडपी में गिरावट आयी है।
इसीलिये देश में ‘मोदी इकॉनोमी बनाम मनमोहन इकॉनोमी’ की बात शुरू हो गयी है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने जनता की जेब पर डाका डाला है और कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाया है जबकि मनमोहन सरकार ने जनता की जेब में धन डालने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ कांग्रेस रैली आयोजित कर रही है। आगामी 14 दिसंबर को सरकार दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ी रैली करेगी और सरकार की गलत नीतियों को जनता के सामने लायेगी। उन्होंने इस मौके पर प्रदेश की भाजपा सरकार को भी नहीं छोड़ा और मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत पर सीधा हमला बोला।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में राजस्व लगातार कम होता जा रहा है। सरकार कर्ज लेकर काम चला रही है। महंगाई एवं बेरोजगारी चरम सीमा पर पहुंच गयी है। पिछले पांच साल में महंगाई की दर अपने चरम पर पहुंच गयी है और मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि प्रदेश में जीडीपी में बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि यही हाल बेरोजगारी का भी है लेकिन सरकार जीडीपी में बढ़ोतरी की बात कर जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि वे गन्ना किसानों की मांग एवं लंबित भुगतान को लेकर पांच दिसंबर को राजधानी देहरादून में विधानसभा के सामने उपवास पर बैठेंगे। कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत की ओर से कल जीडीपी पर दिये गये बयान को लेकर हमलावर थे। मुख्यमंत्री ने कल कुमाऊं दौरे पर कहा था कि प्रदेश की जीडीपी में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जीडीपी के मामले में कर्नाटक के बाद उत्तराखंड का देश में दूसरा नंबर है।