नई दिल्ली। पिछले दो माह से देश में जारी प्याज के संकट को देखते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। संसद परिसर में आज शाम हुई बैठक में प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इसकी कमी को दूर करने के लिए प्याज के आयात के क्रियान्वयन को लेकर गंभीर विचार विमर्श किया गया।
सूत्रों के अनुसार बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान आदि उपस्थित थे। बैठक की समाप्ति पर शाह या किसी भी मंत्री ने कोई जानकारी पत्रकारों को नहीं दी लेकिन सूत्रों का कहना है कि गत दिनों मंत्री मंडल ने एक लाख बीस हज़ार टन प्याज के आयात का फैसला किया था।
उस फैसले के क्रियान्वयन के लिए यह बैठक बुलाई गई थी। शाह ने निर्देश किया कि प्याज का आयात जितना जल्द हो सके ,किया जाए। सूत्रों का कहना है कि अगले एक सप्ताह के भीतर मिस्र आदि देशों से प्याज का आयात होना शुरू हो जाएगा। गौरतलब है कि इन दिनों प्याज की कीमतें 80-90 रुपये तक पहुंच गई हैं जिससे गहरा संकट पैदा हो गया है। झारखंड में हो रहे चुनाव पर भी यह मूल्य वृद्धि असर डाल सकती है और दिल्ली में भी अगले वर्ष चुनाव होने हैं। मोदी सरकार दिल्ली में तत्काल इस संकट को दूर करने का प्रयाय कर रही है।