नई दिल्ली। संसद की एक स्थायी समिति ने कैंसर के इलाज से जुड़ी दवाओं के मूल्य कम रखने तथा इसके लिए एक मजबूत तंत्र स्थापित करने की सिफारिश करते हुये इस जानलेवा बीमारी से निपटने के लिए देश में हब एंड स्पॉक मॉडल के आधार पर अस्पतालों का नेटवर्क तैयार करने के लिए कहा है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन सबंधी समिति ने संसद के दोनों सदनों में मंगलवार को पेश एक रिपोर्ट में कहा है ‘‘रोगियों की कमजोर आर्थिक और सामाजिक पृष्ठभूमि के दृष्टिगत कैंसर के इलाज से संबंधित दवाइयों के मूल्यों को कम रखना काफी महत्त्वपूर्ण है।
समिति आशा करती है कि कैंसर के इलाज से संबंधित दवाइयों के मूल्यों को नियंत्रित करने के लिए एक सुदृढ़ तंत्र होना चाहिये। इन दवाइयों को ‘हब एंड स्पॉक मॉडल’ में सरकार द्वारा अनुबंधित दर पर उपलब्ध कराया जाना चाहिये।’’ समिति ने टाटा स्मारक केंद्र द्वारा देश भर में कैंसर के इलाज के लिए ‘हब एंड स्पॉक मॉडल’ के आधार पर अस्पतालों का नेटवर्क तैयार करने के विचार से सहमति जताते हुये इसके लिए आवश्यक धन और जमीन मुहैया कराने की भी सिफारिश की है।
टाटा स्मारक केंद्र के माध्यम से परमाणु ऊर्जा विभाग के पास देश के विभिन्न भागों में कैंसर केंद्र स्थापित करने, नेशनल कैंसर ग्रिड स्थापित करने और उसके संचालन का अनुभव है। उसने कहा कि टाटा स्मारक केंद्र द्वारा प्रस्तावित ‘हब एंड स्पॉक मॉडल’ कैंसर रोगियों की मौजूदा जरूरतों को पूरा करने के साथ ही भविष्य की माँग को भी पूरा करने में सक्षम है। उसने तत्काल इस मॉडल पर काम शुरू करने तथा ज्यादा जरूरत वाले इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर कैंसर केंद्रों की स्थापना की सिफारिश की है।