अयोध्या। बाबरी मस्जिद के मुद्दई इकबाल अंसारी ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक को बहिष्कार करते हुए शनिवार को कहा कि वह मंदिर-मस्जिद विवाद पर देश में अमन चैन कायम रखने वाले उच्चतम न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले के पक्ष में हैं। अंसारी ने ‘यूनीवार्ता’ से कहा ‘‘ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक लखनऊ में चल रही है। सभी पक्षकार उस बैठक में भाग भी ले रहे हैं लेकिन मैंने उस बैठक का बहिष्कार किया है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है सभी को सम्मान करना चाहिये। कोई ऐसा काम न करें जिससे कि देश में अशांति पैदा हो। मैं जिम्मेदार व्यक्ति हूँ और देश में अमन और शांति का संदेश देना चाहता हूँ। ’’
उन्होंने कहा ‘‘ मुझे भी बोर्ड की बैठक में बुलाया गया था। हम इस विवाद को आगे नहीं बढ़ाना चाहते हैं। हम अपने घर पर हैं। कमेटी में पांच पक्षकार हैं। मैं अपने की जिम्मेदारी लेता हूँ। मैं वहां नहीं गया हूँ। ’’ उच्चतम न्यायालय के फैसले में कहा गया है कि अयोध्या में मुस्लिम समाज को पांच एकड़ जमीन सरकार मस्जिद के लिये उपलब्ध कराये जिस पर जिलाधिकारी के माध्यम से श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला से करीब 30-40 किलोमीटर दूरी पर मस्जिद के लिये जमीन तलाशा जा रहा है। इस पर उन्होंने कहा ‘‘ सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश में कहा है मैं उसी को मानूंगा। ’’ जिले का नाम बदलकर अयोध्या करने के सवाल पर उन्होंने कहा ‘‘ सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसले में कहा है देश का मुसलमान उसको मानने के लिये तैयार है। अभी तो कोई ऐसी बात जमीन की नहीं आयी है जब आयेगी तो उसका जवाब मुस्लिम समाज देगा। ’’