नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि राफेल सौदे में भ्रष्टाचार के आरोप दुर्भाग्यपूर्ण, अवांछित तथा दुर्भावना से लगाये गये थे और ये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास था। राफेल मामले में दायर सभी पुनर्विचार याचिकाओं को आज उच्चतम न्यायालय द्वारा खारिज किये जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंह ने कहा कि ये आरोप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार की स्वच्छ तथा ईमानदार छवि को धूमिल करने का प्रयास थे। ट्विटर पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि देश के लोग इस झूठे अभियान के लिए कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेंगे।
कांग्रेस को लोगों को भ्रमित करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राफेल सौदे में लगाये गये आरोप पूरी तरह दुर्भाग्यपूर्ण, अवांछित और गलत मंशा से लगाये गये थे। इस फैसले ने बेबुनियाद आरोप लगाने वाले नेताओं को भविष्य में सतर्क रहने का संदेश दिया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि राफेल सौदा पूरी तरह पारदर्शी और देश की रक्षा तैयारियों को ध्यान में रखकर लिया गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा तैयारियों से जुड़े मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। उच्चतम न्यायालय के फैसले ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के निर्णय को सही साबित किया है।