अयोध्या। उच्चतम न्यायालय के निर्णय से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो जाने के बाद कई संगठनों ने मंदिर निर्माण के लिये दान स्वरूप मदद देने का हाथ आगे बढ़ाये हैं। पटना स्थित महावीर सेवा ट्रस्ट मंदिर निर्माण के लिये 10 करोड़ रूपये देगा। पूर्व आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुनाल ने कहा कि उनका ट्रस्ट मंदिर निर्माण के लिये अगले पांच वर्षो तक हर साल दो करोड़ रूपये दान करेगा। उन्होने कहा कि यदि पैसे की और जरूरत हुयी तो वे मदद को तैयार है। रामजन्मभूमि पर मुफ्त भोजन के लिये सीता रसोई चालू की जायेगी। इस बीच विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आज भी निर्माण कार्य शुरू हो जाये और 200 शिल्पकार रात दिन काम करें तो भी मंदिर पूरा होने में कम से कम पांच वर्षो का समय लगेगा।
रामजन्मभूमि न्यास कार्यशाला में मंदिर के लिये पत्थर तराशने का कामवर्ष 1992 से अनवरत जारी है हालांकि पिछले तीन महीनो से यहां पत्थर नहीं तराशे जा रहे थे। विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा के मुताबिक पत्थर तराशने के काम में अधिकतर कारीगर गुजरात के है जो त्योहारों की छुट्टियों पर घर गये थे। उन्होने कहा कि मंदिर के लिये 65 फीसदी पत्थर तराशे जा चुके हैं। कार्यशाला के मुख्य सुपरवाइजर अनुभाई सोमपुरा ने बताया कि विहिप द्वारा प्रस्तावित मंदिर के ढांचे के मुताबिक निर्माण कार्य किया जायेगा। उन्होने कहा ‘‘ अगर ट्रस्ट इसी डिजाइन को मंजूरी देता है तो भी मंदिर का निर्माण पूरा होने में पांच साल का समय लगेगा। पूरे ढांचे में 250 खंभे लगेंगे जिसमें 106 बन कर तैयार हो चुके है। मंदिर का प्रवेश द्वार भी तैयार है। उन्होने कहा ‘‘ निर्माण शुरू करने के लिये हमारे पास पर्याप्त मात्रा में सामग्री उपलब्ध है। हम दो मोर्चो पर एक साथ काम करेंगे। इस तरह हम निर्धारित समयावधि में काम पूरा कर सकेंगे। ’’