कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ‘बुलबुल’ तूफान से उत्पन्न स्थिति को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से रविवार को बात की और उन्हें हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया। ‘बुलबुल’ तूफान के कारण पश्चिम बंगाल में सात लोगों की मौत हो चुकी है। मोदी ने आज ट्वीट करके कहा,‘‘पूर्वी भारत में तूफान और भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। बुलबुल तूफान के कारण पश्चिम बंगाल में उत्पन्न हुई स्थिति को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात की। मैंने उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है और मैं राज्य के प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा और कुशलता की कामना करता हूं।’’
उधर, शाह ने ट्वीटर पर लिखा, ‘‘पूर्वी भारत में बुलबुल से उत्पन्न स्थित पर मेरी नजर है। हमलोग लगातार केंद्रीय तथा राज्यों की राहत एजेंसियों के साथ सम्पर्क बनाये हुए हैं। मैंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से बात की है और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। खराब मौसम के कारण जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से दुआ करता हूं।’’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 10 टीमें पश्चिम बंगाल में राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं, जबकि ओडिशा में एनडीआरएफ की छह टीमें तैनात हैं। केंद्र राहत एवं बचाव कार्यों, सड़कों की मरम्मत और राहत सामग्री के वितरण में राज्य प्रशासन की सहायता कर रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘एनडीआरएफ की 18 अतिरिक्त टीमों को राहत एवं बचाव कार्यों में लगाने के लिए तैयार रखा गया है।’’पश्चिम बंगाल के राज्य पाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि राज्य सरकार और राज्य सरकार की एजेंसियों के साथ-साथ एनडीआरएफ, तटक्षक बल, नौ सेना तथा अन्य एजेंसियों के अथक प्रयास के कारण बुलबुल तूफान से होने वाली क्षति कम हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इन एजेंसियों के बीच तालमेल की सराहना करता हूं। मैं गैर सरकार संस्थाओं से भी अपील करता हूं कि वह जरूरत की इस घड़ी में आगे आएं, ताकि तूफान से प्रभावित लोगों का पुनर्वास में किया जा सके। मैं मुख्यमंत्री से भी इस बारे में बात करूंगा, जो तूफान से प्रभावित नामखना तथा बक्खली का हवाई सर्वे करने के बाद स्थिति पर बारिकी से नजर रख रही हैं।’’
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग के द्वारा समय पर बुलबुल की चेतावनी जारी करने के कारण संबंधित एजेंसियों को तैयारी करने में मदद मिली है। ‘ककद्वीप फिशरमेन वेल्फेयर एसोसिएशन’ के सचिव बिजॉन मैटी ने आज यूनीवार्ता को बताया कि फ्रेजरगंज के पाटीबुनिया में चार नावों के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण संजय दास नाम के मछुारे की मौत हो गयी तथा आठ अन्य मछुआरे अभी भी लापता हैं। तूफान के कारण उत्तर और दक्षिण 24 परागना से सटे हुए इलाकों तथा पूर्वी मिदनापुर में जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है। तेज हवा के सैकड़ों पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गये हैं, जिसके कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उत्तर 24 परागना में अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की मौत हुई है, जबकि छह लाख लोग इससे बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।