नई दिल्ली। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने शुक्रवार को भारत को तगड़ा झटका दिया। वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने भारत की साख यानी क्रेडिट रेटिंग आउटलुक नकारात्मक कर दिया। इसे साख को घटाने की दिशा में पहला कदम माना जाता है। रेटिंग एजेंसी मूडीज के भारत की अर्थव्यवस्था को निगेटिव दर्जा देने के बाद जापानी ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा ने भारत की विकास दर के अनुमान को घटा दिया है। नोमुरा ने कहा है भारत की चालू वित्त वर्ष में विकास दर 4.9 फीसदी रहेगी। फिलहाल भारत की अर्थव्यवस्था काफी सुस्ती के दौर से गुजर रही है, जिसके कारण पहले के अनुमान से अब कटौती की गई है। मूडीज ने विदेशी मुद्रा रेटिंग को बीएए2 को बरकारर रखा, लेकिन मार्च 2020 में समाप्त वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद की तुलना में 3.7 फीसदी राजकोषीय घाटा रहने का अनुमान जाहिर किया।
मूडीज के क्रेडिट रेटिंग आउटलुक नकारात्मक किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था के बुनियादी तत्व मजबूत बने हुए हैं और हाल में किए गए सुधारों से आगे निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा। गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के खुदरा कारोबार, कार कंपनियों, घरों की बिक्री और भारी उद्योगों की मुश्किलें बढ़ने के साथ भारत का विकास अनुमान लगातार घट रहा है। 2021 के लिए नोमुरा ने छह फीसदी विकास दर रहने का अनुमान लगाया है। इसके साथ ही कंपनी ने कहा है कि राजकोषीय घाटा जीडीपी का 3.7 फीसदी रहेगा। मूडीज ने विदेशी मुद्रा रेटिंग को बीएए2 को बरकारर रखा, लेकिन मार्च 2020 में समाप्त वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद की तुलना में 3.7 फीसदी राजकोषीय घाटा रहने का अनुमान जाहिर किया।