नई दिल्ली। चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम की 'हार्ड लैंडिंग' के बावजूद मिशन को 98 फीसदी सफल बताने पर कई लोगों ने हैरानी जताई थी।इसरो के महात्वाकांक्षी चंद्रयान-2 अभियान को लेकर एक वरिष्ठ अंतरिक्ष वैज्ञानिक ने बहुत बड़ा बयान दिया है। इसरो के इस सेवानिवृत्त वैज्ञानिक ने चंद्रयान-2 मिशन को पूरी तरह से असफल करार दिया है। इसरो के चंद्रयान-2 मिशन को नाकामयाब बताने वाले इस वैज्ञानिक का नाम नांबी नारायणन हैं और इनका नाम सनसनीखेज इसरो जासूसी मामले में उठा था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसारभारतीय अंतरिक्ष संगठन के दावे को खारिज करते हुए 78 वर्षीय नांबी नारायणन ने कहा इसरो का चंद्रयान-2 अभियान पूरी तरह असफल था।
उन्होंने कहा, "इसरो का दावा कि उनका मिशन 98 फीसदी सफल रहा, झूठा है।" शनिवार को एक दक्षिण भारतीय मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने आगे कहा, इस बार एशियाई मुल्कों को अंतरिक्ष अध्ययन के क्षेत्र में एक साथ मिलकर काम करना चाहिए।"चंद्रयान-2 को लेकर नांबी नारायणन ने हैरानी जताते हुए कहा, "इस मिशन का मकसद चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करना था। यह लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता। इसलिए कैसे इसरो जनता के सामने यह दावा कर सकता है कि यह मिशन 98 फीसदी कामयाब रहा।