सोनीपत। हरियाणा में पराली जलाने वालों पर उपग्रह से नजर रखी जाएगी और जो भी ऐसा करता पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सोनीपत के उपायुक्त डा. अंशज सिंह ने आज यहां कृषि विभाग द्वारा पराली न जलाने के लिए किसानों को जागरूक करने हेतु जागरूकता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते समय यह बात कही। उन्होंने बताया कि हिसार स्थित हरसैक समूचे जिले पर नजर रखेगा तथा जहां कहीं भी पराली जलाएगी जाएगी उसके फोटो उपग्रह के माध्यम सम्बंधित जिला उपायुक्त के पास पहुंचेंगे तथा सम्बंधित किसान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हेतु इस बार धान के सीजन में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी किसान पराली न जलाये। उन्होंने किसानों से पर्यावरण बचाने के लिये पराली न जलाने की भी अपील की। डा. सिंह के अनुसार कृषि विभाग की जागरूकता वैन 16 से 31 अक्टूबर तक जिले के हर गांव में जाकर किसानों को जागरूक करेंगी कि वे पराली न जलाएं। जागरूकता के लिए पंफलेट प्रत्येक गांव और घर तक पहुंचाए गए हैं। फसल अवशेष जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में भी किसानों को अवगत कराया गया है।
उन्होंने बताया कि पराली जलाने से हर वर्ष अक्टूबर और नवम्बर के महीने में धुएं की समस्या पैदा हो जाती है जिससे पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। पशु-पक्षी प्रभावित होते हैं और लोगों को दमा और कई तरह की सांस की बीमारियां हो जाती हैं। जिस जगह पराली जलाई जाती है उस जगह की उर्वरा शक्ति भी खत्म हो जाती है और जमीन के अंदर मौजूद मित्र कीट जलकर नष्ट हो जाते हैं।
उपायुक्त ने बताया कि चुनाव कार्य में लगी सभी टीमों को ये आदेश भी दिए गए है कि वे जांच करें कि सभी कम्बाईन मशीनों में एसएमएस (स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम) सिस्टम लगा हुआ है या नहीं। क्योंकि कोई भी कम्बाईन बिना एसएमएस सिस्टम के नहीं चलनी चाहिए अगर कोई कंबाईन ऐसी पाई जाती है तो उसके मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही सभी सरपंचों, पंचों और नम्बरदारों को भी आदेश दिए गए है कि कहीं भी कोई किसान पराली जलाता है तो तुरंत इसकी सूचना जिला प्रशासन को दें।