नई दिल्ली। भारत सरकार के हर फैसले पर आक्रामक रुख अपनाने वाले पाकिस्तानी सेना ने राजनाथ सिंह की 'राफेल पूजा' मामले पर अप्रत्याशित प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने राजनाथ सिंह का बचाव करते हुए कहा, 'धार्मिक रीति-रिवाजों के मुताबिक राफेल पूजा की गई और इसका सम्मान किया जाना चाहिए। भारत पर लगातार हमला करने वाले पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने गुरुवार को राफेल की शस्त्र पूजा को लेकर भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बचाव किया और कहा कि राफेल की पूजा में कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि यह धर्म संगत है। गौरतलब है कि दशहरे के दिन जब फ्रांस में रक्षा मंत्री को राफेल लड़ाकू विमान सौंपा जा रहा था, उस समय राजनाथ सिंह ने उसकी पूजा की थी। क्योंकि दशहरे के दिन शस्त्रों की पूजा की जाती है। जिसके बाद से ही विपक्ष ने उनपर निशाना साध रहा है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने गुरुवार को ट्वीट किया कि 'राफेल पूजा में कुछ भी गलत नहीं हैं क्योंकि यह धर्म के अनुसार है।
कृपया, याद रखें... यह अकेली मशीन नहीं जो मायने रखती है असल में उस मशीन को संभालने वाले व्यक्ति की क्षमता, जुनून और संकल्प मायने रखता है। हमें हमारे पीएएफ शहीदों पर गर्व हैं।' पाकिस्तान की तरफ से यह बयान उस समय आया है जब दोनों दक्षिण एशियाई मुल्कों के बीच तनाव अपने चरम पर हैं। भारत द्वारा जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे पर की गई कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान में रोष का माहौल है। राजनाथ सिंह ने आठ अक्तूबर को फ्रांसीसी बंदरगाह शहर बोर्डोक्स में 36 फ्रांसीसी निर्मित राफेल लड़ाकू जेट में से पहला राफेल लड़ाकू जेट प्राप्त किया था और विजयादशमी के शुभ अवसर पर 'शस्त्र पूजा' (हथियारों की पूजा) की। उन्होंने राफेल विमान को 'ओम' से अलंकृत किया और उसपर फूलों, नारियल और नींबू को बुरी नजर से बचाने के लिए रख दिया। इस आयोजन के बाद, सिंह ने पूजा को लेकर सोशल मीडिया पर और कांग्रेस पार्टी से भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजनाथ सिंह की शस्त्र पूजा को 'तमाशा' बताया था। कांग्रेस नेता उदित राज ने भी आपत्ति जताते हुए कहा कि भारत में 'अंधविश्वास' जिस दिन समाप्त हो जाएगा, देश अपने खुदके फाइटर जेट बनाना शुरू कर देगा।