नई दिल्ली। भारतीय सैनिकों के लिए आई खुशखबरी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना की चिरलंबित मांग को पूरा कर दिया है। राजनाथ सिंह ने रविवार को करगिल युद्ध में ऑपरेशन विजय के 20 साल पूरे होने के मौके पर शहीदों के बलिदान को याद किया और मांग पूरी होने से अब युद्ध में हताहत हुए सैनिकों के परिजनों को 2 लाख की बजाय 8 लाख रुपये मिलेंगे। ये आर्थिक मदद पेंशन, सेना की सामूहिक बीमा, सेना कल्याण निधि और अनुग्रह राशि के अलावा दी जाती है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि यह आर्थिक सहयोग युद्ध के हताहतों के लिए बनाए गए सैनिक कल्याण निधि (एबीसीडब्ल्यूएफ) के तहत दिया जाएगा।
एबीसीडब्ल्यूएफ के तहत दी जाने वाली इस आर्थिक मदद के अलावा फिलवक्त सेना में रैंक के अनुसार 25 लाख से 45 लाख रुपए मृतक सैनिक के परिजनों को प्रदान किए जाते हैं। इसके अलावा 40 लाख रुपए से 75 लाख रुपए का सामूहिक जीवन बीमा अलग से है। गौरतलब है कि राजनाथ सिंह ने मोदी सरकार के प्रथम कार्यकाल में बतौर गृहमंत्री रहते हुए भारत के वीर नाम से एक फंड की स्थापना की थी। इसमें ड्यूटी के दौरान अर्धसैनिक बलों के साथ पेश आए हादसों के बाद उनके परिजनों की आर्थिक मदद की जाती है। अभी युद्ध में शहीद होने वालों और 60 प्रतिशत या उससे अधिक अपंगता झेलने वालों के अलावा कई अन्य श्रेणी के तहत आने वाले सैनिकों को दो लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह मदद पेंशन, सेना की सामूहिक बीमा, सेना कल्याण निधि और अनुग्रह राशि के अलावा दी जाती है।