नई दिल्ली। केन्द्रीय शहरी आवास राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि दिल्ली में मेट्रो रेल परिवहन का एक बहुत व्यापक और न्यूयार्क, लंदन तथा मॉस्को जैसे शहरों की तरह ही आवागमन का बेहतर साधन है। गौरतलब है कि पुरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को यहां मेट्रो भवन से बाहरी दिल्ली के नजफगढ़ क्षेत्र को द्वारका उप शहर से जोड़ने वाले दिल्ली मेट्रो के द्वारका-नजफगढ़ कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। इसके बाद उन्होंने अपने संबोधन में कहा दिल्ली में मेट्रो रेल सेवा 2002 में शुरू हुई थी और आज 17 वर्ष बाद इसका नेटवर्क बढ़कर 377 किलोमीटर हो गया है और चौथे चरण का काम पूरा हो जाने के बाद यह 480 किलोमीटर तक हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक दिल्ली में लोगों की जनसंख्या में काफी इजाफा हो जाएगा और उस समय तक मेट्रो ही आवागमन का साधन होगी। पुरी ने कहा कि राजधानी के लोगों को अपने गंतव्य तक ले जाने में मेट्रो की अहमियत से कोई इनकार नहीं कर सकता है और इसकी वजह से प्रदूषण भी कम हुआ है लेकिन अभी मेट्रो को काफी लंबा समय तय करना है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मौके पर कहा कि इस कोरिडोर के पूरा होने पर दिल्ली की जनता को बधाई दी जानी चाहिए और दिल्ली मेट्रो रेल निगम भी इसके लिए प्रशंसा की पात्र है क्योंकि इसने दिल्ली के विकास में महती भूमिका निभाई है। आज दिल्ली मेट्रो 40 लाख से अधिक लोगों को उनकी मंजिल तक पहुंचाती है और कईं बार व्यस्त समय में यह आंकड़ा 50 लाख से अधिक हो जाता है। अगर यह भीड़ मेट्रो से न जाकर परिवहन के अन्य साधन अपनाती तो राजधानी में प्रदूषण का क्या हाल होता।
केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ समय से राजधानी में प्रदूषण में 25 प्रतिशत की कमी आई है और इसके पीछे दिल्ली मेट्रो का बड़ा योगदान है और आने वाले समय में राजधानी तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मेट्रो का और विस्तार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दिल्ली का नजफगढ़ क्षेत्र भी मेट्रो से जुड़ गया है और अब दिल्ली देहात के लोगों को यह बात कभी नहीं खलेगी कि वे विकास की दौड़ में पिछड़ गए हैं। दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इस कार्यक्रम में कहा कि नजफगढ़ का विधायक होने के नाते उन्हें इस बात की खुशी है कि 21 साल बाद इस क्षेत्र के लोगों का सपना पूरा हुआ है और ढांसा लाइन का काम पूरा होने पर पूरे क्षेत्र मे मेट्रो का नेटवर्क बढ़ जाएगा। इस लाइन पर दिल्ली मेट्रो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था क्योंकि यहां भीड़ भी अधिक थी लेकिन मेट्रो के इंजीनियरों ने अपनी काबलियत से यह पूरा कर दिखाया है। इस क्षेत्र में मेट्रो का पहुंचना नजफगढ़ के लोगों के लिए ऐतिहासिक क्षण है और यहां के लगभग 40 गांवों के ढाई लाख लोगों को इससे फायदा मिलेगा।