नई दिल्ली। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारतीय उद्योगपतियों से अपने देश में निवेश करने का आह्वान करते हुए शुक्रवार को कहा कि वहां उन्हें कारोबार के अनुकूल माहौल और सतत् विकास के अवसर उपलब्ध कराए जाएगें।
हसीना ने यहां ‘भारत - बांग्लादेश कारोबारी मंच’ की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के बड़े कारोबारी बांग्लादेश में निवेश करके दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के बाजार का लाभ उठा सकते हैं। बांग्लादेश भारतीय उद्योग से व्यापार और निवेश साथ साथ चाहता है। इस अवसर पर केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से दोनों देशों के बीच व्यापार एवं निवेश में तेजी से वृद्धि हुई है। हालांकि व्यापार में संतुलन नहीं है और यह भारत के पक्ष में है। दोनों देशों का आपसी व्यापार तकरीबन 10 अरब डालर का है लेकिन दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार और निवेश बढ़ाने की व्यापक संभावनायें हैं।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश तेजी से विकसित हो रहा है और उसे ‘विकास का मॉडल’ माना जाता है। अगर उनका देश इसी चलन पर चलता रहा तो वर्ष 2041 तक वह विकसित देश बन जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में 100 विशेष आर्थिक क्षेत्र बनायें जा रहे हैं। इनमें से कुछ तीन देशों को दिये जा चुके हैं। भारत को मोंगला, भेरामारा और मीरसराय के विशेष आर्थिक क्षेत्र देने की योजना बनायी गयी है। हसीना ने कहा कि बांग्लादेश में दक्षिण पूर्वी एशिया का विनिर्माण केंद्र बनने की क्षमता है। इसके एक ओर भारत का विशाल बाजार है तो दूसरी तरह चीन और अन्य देश हैं जो इससे विशेषता प्रदान करते हैं। बांग्लादेश तकरीबन चार अरब लोगों के बाजार में जगह बना सकता है।