नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी महासचिवों, प्रदेश अध्यक्षों तथा विधायक दल के नेताओं के साथ बैठक के एक दिन बाद शुक्रवार को यहां पूर्वोत्तर राज्यों के नेताओं से मिलकर क्षेत्र में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए कई महत्वपर्णू मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। गांधी के आवास 10 जनपथ पर हुई इस बैठक में पूर्वोत्तर के नेताओं के साथ राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर जैसे कई बिंदुओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह, पार्टी कोषाध्यक्ष अहमद पटेल, महासचिव के सी वेणुगोपाल, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री तथा पूर्वोत्तर के सात राज्यों के प्रभारी महासचिव लिजिन्हों फ्लेरो, अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी तथा त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रद्युतदेव बर्मन सहित कई प्रमुख नेता बैठक में मौजूद थे।
पार्टी ने यहां एक बयान जारी कर कहा कि गांधी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के नेताओं के साथ बैठक की और वहां के राज्यों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के बारे में विचार-विमर्श किया। पूर्वोत्तर में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी। पार्टी में पूर्वोत्तर समन्वय समिति को मजबूत बनाने पर भी चर्चा हुई। फ्लेरो ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा ‘‘बैठक में गुवाहाटी में समिति का स्थायी कार्यालय खोलने का निर्णय लिया गया है। समिति की पाक्षिक बैठक होगी जिसमें पूर्वोत्तर की समस्याओं और उनके निराकरण पर विचार किया जाएगा। बैठक में संसद से पारित नागरिकता विधेयक पर भी विचार किया गया। यह भाजपा के घोषणा पत्र में भी है। हम इस बारे में विचार करेंगे और इसको लेकर विस्तृत बयान देंगे।’’