गांधीनगर। गुजरात में जारी भारी वर्षा के बीच सालाना मानसूनी बरसात ने आज 114 प्रतिशत का आंकड़ा पार कर लिया है जो पिछले छह साल में सबसे अधिक है। मौसम विभाग ने अब भी आने वाले दो दिनों में राज्य के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी रखी है। आज भी कई स्थानों पर भारी वर्षा हुई है। अहमदाबाद शहर में भी चार ईंच तक वर्षा दर्ज की गयी है। पिछले 24 घंटे में सभी 33 जिलों के 216 तालुका में वर्षा हुई जिसमें सर्वाधिक 394 मिलीमीटर सूरत जिले के उमरपाड़ा में थी। अहमदाबाद मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने बताया कि अब तक जो वर्षा इस साल गुजरात में हुई हैं वह पिछले छह साल में सर्वाधिक प्रतिशत है। इससे अधिक वर्षा 2013 में 148 प्रतिशत दर्ज की गयी थी। हालांकि इस बार वर्षा बहुत ही अच्छी हुई है और इसका एकसमान वितरण हुआ है यानी सभी इलाकों में कमोबेश एक जैसी वर्षा हुई है। कच्छ जैसे अल्पवर्षा के लिए कुख्यात इलाके में भी इस बार जोरदार वर्षा हुई है और इसके हर तालुका में 100 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2015 में 81.57 प्रतिशत (650.17 मिमी), 2016 में 91.17 प्रतिशत (726.70मिमी), 2017 में 112.18 प्रतिशत (908.69 मिमी) और 2018 में तो मात्र 76.73 प्रतिशत (637.73 मिमी) वर्षा हुई थी। इन पांच सालों में दस सितंबर तक यानी आज तक वर्षा के प्रतिशत का आंकड़ा क्रमश: 66.88, 71.32, 105.22 और 73.82 प्रतिशत था। राज्य में मानसून की वापसी की शुरूआत का सामान्य समय 15 सितंबर है पर वर्ष 2011 से यह लगातार विलंब से हो रहा है। वर्ष 2017 में तो अंतिम मानसूनी वर्षा तीन नवंबर को हुई थी। इस बार भी अगर वर्षा देर तक होती रही तो यह वर्ष 2013 के आंकड़े को पार कर सकती है अथवा निकट पहुंच सकती है। मौसम विभाग ने कल भरूच, सूरत में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा तथा आणंद, वडोदरा, नर्मदा, डांग, नवासरी, वलसाड, तापी में भारी से अति भारी और अहमदाबाद, पंचमहाल, दाहोद, महिसागर, छोटा उदेपुर, जूनागढ़, अमरेली, देवभूमि द्वारका और गिर सोमनाथ में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। परसों भी नर्मदा, भरूच और सूरत में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी दी गयी है।