नई दिल्ली। पाक के नापाक मंसूबे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के कई आतंकी संगठन कश्मीर घाटी में बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं। इस्लामाबाद में ISI ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिदीन और खालिस्तानी जिंदाबाद फोर्स के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग से लगता है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस आतंकी हमले का प्लान तैयार कर रही है।
इस मीटिंग में जम्मू-कश्मीर समेत भारत के कई हिस्सों में खूनी खेल का प्लान तैयार किया गया है। आजतक के पास मौजूद खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करने के लिए आईएसआई अब खालिस्तानी आतंकवादी समूह की मदद से हमला करने की योजना बना रहा है। सूत्रों का कहना है कि कश्मीर में तनाव पैदा करने के लिए आईएसआई किसी भी हद तक जा सकती है। वह हिंसा को उकसावा देने का प्लान भी तैयार कर रही है।
सूत्रों ने कहा कि उनका इरादा न केवल घाटी में समस्याएं पैदा करना है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय गुटों का ध्यान आकर्षित करना भी है। पाकिस्तान पांच अगस्त के बाद से कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने का प्रयास कर रहा है। लेकिन उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन नहीं मिल पा रहा है। खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआई जम्मू-कश्मीर और पड़ोसी राज्यों में खालिस्तान आतंकवादियों को उकसाने को कोशिश कर रहा है।
इस बीच मुहर्रम के मौके पर कश्मीर में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर घाटी के कुछ इलाकों में प्रतिबंध लगाए गए हैं। सुरक्षाबलों को अतिरिक्त तैनाती के आदेश जारी किए गए हैं। ताजिया के जुलूस के दौरान आतंकी लोगों पर हमला कर सकते हैं, इससे बचने के लिए इंटेलिजेंस को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।
कश्मीर के ज्यादातर हिस्सों में कर्फ्यू लगाया गया है। किसी भी तरह के आतंकी हमले और तनाव से बचने के लिए मुहर्रम पर भी ये पाबंदियां जारी रहेंगी। पुलिस ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि घाटी के ज्यादातर इलाकों में शांति का माहौल है। रविवार को शहर में हालात सामान्य और नियंत्रण में रहे। किसी भी तरह की हिंसा रोकने के लिए हम एहतियातन ऐसा कर रहे हैं।