अजमेर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक आज अजमेर के तीर्थराज पुष्कर में शुरू हुई। पुष्कर के माहेश्वरी सेवा सदन में शुरु हुई यह बैठक नौ सितंबर तक जारी रहेगी जिसमें करीब दो सौ राष्ट्रीय स्तरीय प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। शुभारंभ सत्र को संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत तथा सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने मार्गदर्शन दिया। बैठक में संघ से जुड़े 35 प्रकल्पों की सालाना कार्यों पर चर्चा एवं समीक्षा की जाएगी जिनमें सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, शिक्षा, पर्यावरण, जल संकट एवं देश के ज्वलंत मुद्दे शामिल होंगे। इनमें राष्ट्रीय सुरक्षा सबसे बड़ा और अहम मुद्दा माना जा रहा है।
संघ के राष्ट्रीय सहप्रचारक नरेंद्र ठाकुर के अनुसार वर्तमान बैठक में गतवर्ष आंध्रप्रदेश में हुई बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा, प्रकल्पों द्वारा कार्य करते हुए आने वाले अनुभवों एवं आंकलनों का परस्पर आदान प्रदान तथा राष्ट्रीय महत्व के समसामयिक विषयों एवं महिला समाज के विकास पर अहम चर्चा होगी। देश की सीमाओं की सुरक्षा पर खास फोकस होगा जिसमें देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में संघ से जुड़े प्रकल्पों द्वारा देश सुरक्षा के साथ समाजहित के मुद्दों पर बातचीत होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि बैठक में किसी तरह का कोई प्रस्ताव पारित नहीं होगा और न ही किसी नये प्रकल्प का गठन किया जाएगा।
ठाकुर ने बताया कि बैठक में 35 प्रकल्पों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर भी चर्चा होगी। यदि राम मंदिर निर्माण तथा कश्मीर से 370 हटाए जाने के बाद के हालातों पर आवश्यक समझा गया तो इन पर भी चर्चा होगी। हालांकि यह बिंदु बैठक के एजेंडे में शामिल नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बैठक संबंधी विभिन्न सवालों के जवाब नौ तारीख को आयोजित होने वाली पत्रकार वार्ता में सरकार्यवाह दत्रात्रेय हौसबोले ही दे सकेंगे। संघ द्वारा आयोजित आज की समीक्षा-चिंतन-मंथन बैठक में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, स्वदेशी जागरण मंच, भारतीय मजदूर संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद तथा भारतीय जनता पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शिरकत कर रहे हैं।