नई दिल्ली। ‘चंद्रयान-2 का लैंडर ‘विक्रम’ चांद की सतह ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ के लिए तैयार है। ‘चंद्रयान-2’ की लैंडिंग के साथ ही देश एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने वाला है। इसरो की इस उपलब्धि में शामिल होनें के लिए प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी भी वहां मौजूद रहेंगे और सुबह 6 बजे देश को संबोधित करेंगे। ‘विक्रम' शनिवार तड़के डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच चांद की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग' करेगा। ‘विक्रम' की लैंडिंग का आखरी का 15 मिनट ऐसा होगा जो इसरो के वैज्ञानिकों के लिए ‘दिल की धड़कनों को थमा देने वाला’ होगा। ‘ भारत के लोग देश की इस ऐतिहासिक अंतरिक्ष छलांग की सफलता के लिए प्रार्थना करने के साथ ही शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात होने वाली ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की घड़ी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि चांद की सतह पर 'सॉफ्ट लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए मशीन में तीन कैमरे-लैंडर पोजीशन डिटेक्शन कैमरा, लैंडर होरिजोंटल विलोसिटी कैमरा और लैंडर हजार्डस डिटेक्शन एंड अवोयडेंस कैमरा लगे हैं। इसके साथ दो के. ए बैंड-अल्टीमीटर-1 और अल्टीमीटर-2 हैं। लैंडर के चांद की सतह को छूने के साथ ही इसरो चेस्ट, रंभा और इल्सा नाम के तीन उपकरणों की तैनाती करेगा।