नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नौ सितंबर से 17 सितंबर के दौरान आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और स्लोवेनिया की यात्रा पर जाएंगे। विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) गीतेश शर्मा, राष्ट्रपति के उप प्रेस अधिकारी निमिष रुस्तगी ने शुक्रवार शाम को यहां संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। कोविंद के साथ महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देवाशीष चौधरी और सांसद रमापति राम त्रिपाठी एवं बसंत कुमार पांडा तथा एक बड़ा कारोबारी प्रतिनिधि मंडल भी जा रहा है। शर्मा ने बताया कि कोविंद नौ सितंबर को आइसलैंड की राजधानी रेकजाविक पहुंचेंगे। वह आइसलैंड के राष्ट्रपति गूनी थोर्लाशियस जोहानसन और प्रधानमंत्री कार्टिन जाकोब्स्दोतिर से भेंट करेंगे और आइसलैंड विश्वविद्यालय में पर्यावरण के क्षेत्र में भारत के योगदान के बारे में एक व्याख्यान देंगे। राष्ट्रपति आर्कटिक परिषद की बैठक में भी शिरकत करेंगे। भारत आर्कटिक परिषद में पर्यवेक्षक की हैसियत से शामिल है। दोनों देशों के बीच ऊर्जा, मत्स्य और सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाने के बारे में समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं।
उन्होंने बताया कि श्री कोविंद 11 से 15 सितंबर के बीच स्विट्जरलैंड में रहेंगे। वह स्विट्जलैंड के राष्ट्रपति उइली मोरर के निमंत्रण पर वहां जा रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच विभिन्न विषयों पर व्यापक विचार विमर्श होगा जिनमें स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों के जमा धन की सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान संबंधी समझौते के कार्यान्वयन पर भी बात होगी। इसके अलावा सांस्कृतिक आदान प्रदान, जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में सहयोग के करार किये जाने की संभावना है। राष्ट्रपति बर्न में महात्मा गांधी की एक आवक्ष प्रतिमा का अनावरण करेंगे तथा बर्न विश्वविद्यालय में हिमालय से एल्प्स पर्वत तक सहयोग की विषयवस्तु पर एक व्याख्यान देंगे। वह भारत स्विस बिजनेस फोरम और प्रवासी भारतीयों के कार्यक्रमों को भी संबोधित करेंगे। राष्ट्रपति 15 से 17 के बीच स्लोवेनिया में रहेंगे। स्लोवेनिया के साथ भारत के राजनयिक संबंध तीस साल पुराने हैं। इस देश में भारतीय संस्कृति और बॉलीवुड फिल्मों के प्रति लोगों का आकर्षण है। कोविंद राष्ट्रपति बोरुत पाहोर से भेंट करेंगे। दोनों देशों के बीच 36 करोड़ यूरो का कारोबार है। रुस्तगी ने बताया कि कोविंद की राष्ट्रपति के रूप में 11वीं विदेश यात्रा है और वह अब तक 23 देशों की यात्रा कर चुके हैं। इसके बाद 26 देश हो जाएंगे जिनमें से 13 देश ऐसे हैं जिनकी किसी भारतीय राष्ट्रपति ने पहली बार यात्रा की है।