चेन्नई। तमिलनाडु में विपक्षी कांग्रेस ने कर्नाटक में चुनावी अभियान के दौरान मेकेदातू बांध पर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणी को स्पष्ट करने की इजाजत देने से इन्कार करने के बाद बुधवार को विधानसभा से बहिर्गमन किया। शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक दल के नेता के. आर रामास्वामी ने यह मुद्दा उठाया लेकिन अध्यक्ष पी. धनपाल ने अनमुति देने से इन्कार कर दिया। इसके विरोध में रामासामी की अगुवाई में कांग्रेस सदस्य सदन से बाहर निकल आये।
मुख्यमंत्री ई. पलानीसामी ने एक जुलाई को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने कर्नाटक में हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों से पहले चुनावी बैठक मे कहा था कि यदि कांग्रेस सत्ता में आयी तो मेकेदातु बांध का निर्माण किया जायेगा। इसके साथ ही गांधी कहा कि कावेरी प्रबंधन बोर्ड की उस बैठक को भंग कर दिया जाएगा। पलानीस्वामी ने इस पर कांग्रेस की चुप्पी पर सवालिया निशान उठाया और अदालत के आदेश के बावजूद कर्नाटक की कांग्रेस-जनता दल(एस) गठबंधन सरकार पर कावेरी का पानी नहीं छोड़ने का आरोप लगाया। कांग्रेस पार्टी ने गांधी की टिप्पणी पर स्पष्टीकरण मांगा लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इसे अनुमति देने से इन्कार कर दिया। जिसके बाद कांग्रेस सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गये।