नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के नवनियुक्त अधिकारियों का जनता की समस्याओं को सुलझाने के लिए नयी दृष्टि और समर्पण के साथ काम करने का आव्हान किया है। मोदी ने मंगलवार को यहां 2017 बैच के 160 अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह आव्हान किया। उन्होंने कहा कि इन प्रशासनिक अधिकारियों को नये दृष्टिकोण और नये विचार अपनाते हुए जनता की समस्याओं को सुलझाने के लिए तत्परता से काम करना चाहिये। इन अधिकारियों को भारत सरकार के साथ तीन महीने कामकाज सीखने के लिए सहायक सचिव के पद पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारा दृष्टिकोण नागरिक केन्द्रित होना चाहिये ताकि उनकी समस्याएं शीघ्र सुलझें और देश का विकास हो। श्री मोदी के साथ अधिकारियों ने अपनी बैठक में अपने अनुभव भी साझा किये और बताया कि उन्हें मसूरी में प्रशिक्षण के दौरान क्या-क्या सीखने को मिला। इन अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को यह भी बताया कि उन्होंने महत्वकांक्षी जिलों में काम करते हुए किस तरह का अनुभव पाया और जमीनी हकीकत पर किस तरह के कार्य किये।
प्रधानमंत्री ने इन अधिकारियों को भारत सरकार के साथ अपने शुरुआती तीन महीनों के काम को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि सरकार की नीतियों को बनाने में वे अपनी भूमिका निभायें और इस अवसर का लाभ उठायें। मोदी ने कहा कि इन अधिकारियों के तीन-तीन महीनों के कार्यक्रम का मकसद यह है कि वे सरकार के साथ काम करते हुए नवीन दृष्टि का परिचय दें और नये विचारों को आत्मसात करें। उन्होंने यह भी कहा कि वे जनता की समस्याओं को सुलझाने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनायें। इस अवसर पर प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह और प्रधानमंत्री कार्यालय और कार्मिक मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।