चंडीगढ़। वाहनों के भारी दबाव झेल रहे राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) संख्या-44 के समानांतर विकल्प के तौर पर पानीपत और सोनीपत जिला की सीमा में पश्चिमी यमुना नहर और कैरियर लाइन चैनल के बीच की नहरी सड़क को लगभग 200 करोड़ रूपये की लागत से विकसित किया जाएगा। राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के प्रयासों के चलते इस परियोजना के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड (एनसीआरवाईबी) ने 150 करोड़ रूपए तथा प्रदेश सरकार के 50 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है। अब पानीपत के डिडर गांव से सोनीपत के बड़वासनी तक 24.78 किलोमीटर सड़क दस मीटर चौड़ी बनाई जाएगी।
इससे हजारों वाहन चालकों को दैनिक आधार पर वैकल्पिक सड़क मार्ग उपलब्ध होगा और आसपास के क्षेत्र में विकास की सम्भावनाएं बढ़ेंगी। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि एनएच-44 वाहनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए दिल्ली के हरेवली से सोनीपत-पानीपत होते हुए करनाल के मुनक तक बनी सड़क को इसके विकल्प के तौर पर इस्तेमाल का सुझाव उन्होंने मुख्यमंत्री को दिया था।
इस पर हरियाणा राज्य सड़क विकास निगम की ओर से पश्चिमी यमुना नहर और कैरियर लाइन चैनल के बीच की नहरी सड़क को हरेवली(दिल्ली) से सोनीपत होते हुए पानीपत में डिडर गांव तक की सड़क का जीर्णोद्धार करते हुए मजबूत बनाने का खाका तैयार किया। इस 46.86 किलोमीटर खंड के निर्माण के लिए 334.25 करोड़ रूपए का प्रस्ताव तैयार किया गया था जिसे मुख्यमंत्री ने एनसीआरवाईबी को भेजा था जिसमें से बोर्ड ने डिडर से बडवासनी तक के 24.78 किलोमीटर सड़क निर्माण को मंजूरी दी है और एनएच-344 एम के दिल्ली में अर्बन एक्सटर्नल रोड से एनएच-352ए पर बड़वासनी तक प्रस्तावित नई सड़क को ध्यान में रखते हुए इस खंड के 22 किलोमीटर हिस्से की मरम्मत कराने का सुझाव दिया गया है।