नई दिल्ली। देश की प्रमुख संवाद समिति यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया ने बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका की ओर से प्रताड़ति किये जाने और ‘प्रेस पर हमले’ के विरोध में रविवार को कर्नाटक में अस्थायी रूप से अपनी अंग्रेजी और कन्नड समाचार सेवा रोक दी। बीबीएमपी की ओर से शहर के वसंतनगर स्थित यूएनआई भवन को खाली कराने की लगातार मिल रही धमकियों के परिप्रेक्ष्य में संवाद समिति ने यह कदम उठाया है। बीबीएमपी का कहना है कि जिस जमीन पर यूएनआई का भवन बना हुआ है,उसकी लीज अवधि समाप्त हो गयी है। बीबीएमपी के एक अधिकारी ने कार्यालय आकर यूएनआई, बेंगलुरू कार्यालय के स्थानीय प्रभारी से कहा कि यदि समाचार एजेंसी स्वत: भवन को खाली करने से इन्कार करेगी तो उसे खाली करा लिया जायेगा।
बेंगलुरु में यूएनआई भवन 1986 में बनाया गया था जिसका उद्घाटन तत्कालीन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने किया था। समाचार एजेंसी हालांकि 2013 में समाप्त हुई लीज अवधि का नवीनीकरण करने का 2010 से ही बीबीएमपी से आग्रह कर रही है लेकिन बीबीएमपी ने राष्ट्रीय संवाद समिति यूएनआई की इस मामले में कोई मदद नहीं की। इसके विपरीत बीबीएमपी अधिकारियों ने यूएनआई के स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रताड़ति करना शुरू कर दिया। यूएनआई कर्मियों से कहा गया कि उन्हें कार्यालय से बाहर कर दिया जायेगा। बीबीएमपी ने हालांकि अपने दावे के समर्थन में अब तक कोई उचित नोटिस या कोई सरकारी आदेश पेश नहीं किया है।
इस मसले पर हाल के घटनाक्रमों और बीबीएमपी अधिकारियों के ‘प्रेस विरोधी’ रवैये के विरोध में यूएनआई प्रबंधन ने कर्नाटक में समाचार सेवा अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया है। गौरतलब है कि संवाद समिति ने दिसंबर 2018 में अपनी यूएनआई कन्नड समाचार सेवा शुरू की है जो देश की किसी समाचार एजेंसी की ओर से शुरू की गयी ऐसी पहली सेवा है। यूएनआई कन्नड न्यूज सर्विस प्रिंट और विजुअल मीडिया के साथ-साथ राज्य और केन्द्र सरकार को अपनी सेवायें प्रदान करती है। इस मामले में कर्नाटक सरकार, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों को अनेक प्रतिवेदन दिये गये हैं लेकिन यूएनआई के आग्रह पर अब तक कोई विचार नहीं किया गया है।