नई दिल्ली। अरूणाचल प्रदेश के बेहद दुर्गम क्षेत्र में 12 दिन पहले दुर्घटनाग्रस्त हुए वायु सेना के विमान में सवार 13 वायुसैनिकों के पार्थिव शरीर निकालने के अभियान में लगे हेलिकॉप्टर आज उडान नहीं भर पाये और खराब मौसम के चलते इसमें बाधा आयी। वायु सेना के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि वायु सेना , सेना की स्पेशल फोर्स और स्थानीय लोगों की 17 सदस्यीय टीम दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं लेकिन मूसलाधार बारिश और घने बादलों के कारण हेलिकॉप्टर उडान नहीं भर पा रहे हैं। खराब मौसम के कारण बचाव अभियान को रोकना पड़ा है। वायु सेना के अनुसार इस तरह की परिस्थितियों में हेलिकॉप्टर उडाने में बेहद अधिक सतर्कता और कौशल की जरूरत होती है। विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्र में ढलान तथा ऊंचाई पर सावधानी बरतना जरूरी होता है।
इस तरह के बचाव अभियान में हेलिकॉप्टर द्वारा दुर्घटनास्थल पर चक्कर लगाना अनिवार्य होता है लेकिन यह संभव नहीं हो पा रहा है। दुर्घटना में मारे गये वायु सैनिकों के पार्थिव शरीर बाहर निकालने तथा जोरहाट बेस ले जाने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। बचावकर्मी मौके पर बने हुए हैं और मौसम में सुधार होते ही अभियान शुरू किया जायेगा। इस विमान ने गत 3 जून को जोरहाट से उडान भरी थी लेकिन बीच में ही यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। गत मंगलवार को इसके मलबे का पता चला था जिसकी तलाशी के बाद वायु सेना ने गुरूवार को पुष्टि की थी कि विमान में सवार कोई भी वायु सैनिक जीवित नहीं मिला है।