बिश्केक। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत और किर्गिस्तान के बीच व्यापार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल वातावरण, मजबूत व्यापारिक संबंध और दोनों देशों के बीच प्रभावी संपर्क को अनिवार्य बताया है। मोदी ने यहां भारत-किर्गिस्तान कारोबार परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह सत्य है कि हमारे मौजूदा व्यापारिक और आर्थिक संबंध उतने मजबूत नहीं हैं, इसलिए दोनों देशों के प्रमुख उद्योगपतियों को साथ लाने के लिए कदम उठाए गये हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं मानता हूं कि दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए तीन बड़े पहलुओं पर काम करने की जरूरत है। ये हैं अनुकूल वातावरण, मजबूत व्यापारिक संबंध और प्रभावी संपर्क।’’ इस अवसर पर किर्गिस्तान के राष्ट्रपति जीनबेकोव सोरोनबे मौजूद थे।
मोदी ने कहा कि दोहरी कर प्रणाली से बचने के लिए एक समझौते को अंतिम रूप दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार यूरोपीय और एशियाई देशों के साथ व्यापारिक समझौते करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘व्यापार को बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावी संपर्क की हमेशा ही महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।’’ उन्होंने कहा कि चाबहार बंदरगाह इस दिशा में प्रभावी भूमिका अदा करेगा। मोदी ने कहा, ‘‘भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच बेहतर संपर्क को सुनिश्चित करने के लिए हमें और काम करना होगा।’’ उन्होंने कहा कि भारत और मध्य एशिया के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए उनकी सरकार ने कई कदम उठाए हैं। उन्होंने ‘नमस्कार यूरेशिया व्यापार मेला’ के आयोजन के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।