नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगामी एक जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा से पहले आज जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में केन्द्रीय गृह सचिव राजीव गौबा , अतिरिक्त सचिव ज्ञानेश कुमार और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने गृह मंत्री को राज्य में सुरक्षा परिदृश्य से अवगत कराया। बैठक में अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा चुनौतियों पर भी चर्चा की गयी। राज्य प्रशासन ने इस बार केन्द्र से सुरक्षा बलों की 300 कंपनियों की मांग की है जबकि पिछले वर्ष 238 कंपनियों को सुरक्षा में तैनात किया गया था। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा ,‘‘ गृह मंत्री चाहते है कि श्रद्धालुओं को हर संभव बेहतर सुविधाएं मिलें । उन्होंने यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के भी निर्देश दिये।
’’बैठक में यह बताया गया कि इस वर्ष रमजान के दौरान सुरक्षा बलों ने विभिन्न घटनाओं में 25 आतंकवादियों को ढेर किया। पिछले वर्ष सरकार ने अपनी ओर से पहल करते हुए रमजान के दौरान संघर्ष विराम की घोषणा की थी। उस समय विभिन्न घटनाओं में 11 आतंकवादी मारे गये थे। वर्ष 2018 में 37 आतंकवादी हमले किये गये जिनमें 12 लोग मारे गये और 41 घायल हुए थे। इस वर्ष अब तक आतंकवादी हमलों की सात घटनाएं हुई हैं। सूत्रों के अनुसार बैठक में शाह ने आतंकवाद के खिलाफ कतई भी नरमी नहीं बरतने के संकेत देते हुए इससे सख्ती से निपटने को कहा। शाह ने शनिवार को मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के साथ बैठक की थी। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और खुफिया एजेन्सियों के प्रमुखों के साथ भी बैठक कर जम्मू कश्मीर के हालात पर चर्चा की है।