नई दिल्ली। आम चुनाव के दौरान बेलगाम नेता अपने बयानों के जरिए सुर्खियों में हैं। चुनाव आयोग का डंडा जरूर चल रहा है। लेकिन आचार संहिता का उल्लंधन बदस्तूर जारी है। इन सबके बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर निशाना साधा और उसे क्राई बेबी करार दिया।अरुण जेटली ने कहा कि मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट बोलने की आजादी पर अतिक्रमण नहीं कर सकता है।
वो आगे कहते हैं कि इस चुनाव में देखा जा रहा है कि विरोधी दलों के नेता आचार संहिता उल्लंघन के मामले ज्यादा उठा रहे हैं। ऐसे लोग जो बार बार चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं उन्हें ये समझना चाहिए कि आचार संहिता के जरिए बोलने की आजादी पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।
अपने ब्लॉग के जरिए वो कहते हैं कि संविधान के अनुच्छेद 324 को आप इस तरह नहीं देख सकते कि चुनाव आयोग अपनी तय भूमिका से आगे जा रहा है। इस अनुच्छेद के जरिए निर्वाचन आयोग को चुनाव कराने संबंधित कुछ अधिकार मिले हैं जिसका उपयोग चुनाव आयोग कर रहा है। पीएम मोदी द्वारा शहीदों की शहादत के संदर्भ में कहा कि उन्होंने चुनावी सभी के दौरान किसी पार्टी या प्रत्याशी का जिक्र नहीं किया था।
बता दें कि महाराष्ट्र में 9 अप्रैल को रैली के दौरान पीएम ने कहा था कि क्या आप अपना पहला वोट शहीदों के नाम समर्पित कर सकते हैं। वो पहली बार मतदान करने वालों से कहना चाहते हैं कि क्या आप लोग उन वीर जवानों के नाम अपने पहले वोट के जरिए सम्मान नहीं करना चाहेंगे। पीएम के इस बयान के खिलाफ कांग्रेस नेता निर्वाचन आयोग पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। लेकिन पीएम मोदी के भाषण को आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना और क्लीनचिट दे दी।