नई दिल्ली। नामांकन रद्द होने के कारण वाराणसी से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ पाने में अफसल बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेजबहादुर यादव के कईकथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। इन वीडियो में से एक में तेज बहादुर यादव जैसा दिखने वाला व्यक्ति अपने साथियों के साथ शराब पीते नजर आ रहा है। दूसरे वायरल वीडियो में तेज बहादुर यादव व उसके साथी 50 करोड़ रुपये मिलने पर पीएम नरेंद्र मोदी को 72 घंटे के अंदर मारने की बात कह रहे हैं। इन वीडियो को लेकर देश की सियासत गरमा गई है।
तेज बहादुर ने कहा है कि दो साल पहले के वीडियो एडिट करके उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। पूर्व बीएसएफ जवान ने फेसबुक लाइव में कहा कि बीजेपी को लगा कि पूर्वांचल से हार रहे हैं तो उन्होंने नई साजिश रची। तेज बहादुर ने यहां तक कहा कि अब बहुत जल्द मेरे और मेरे परिवार की बीजेपी की तरफ से हत्या कराई जाएगी। पहले भी धमकियां मिली थीं। बीजेपी के लोगों ने मुझे 50 करोड़ में खरीदने की कोशिश की थी। उसी को अलग तरह से एडिट करके वीडियो में जोड़ा गया है।
वीडियो के अंश
तेज बहादुर यादव : मुझे पैसे दो और मैं मोदी को मार दूंगा।
दोस्त : तो तुम्हें मोदी को मारने में कोई दिक्कत नहीं है ?
तेज बहादुर यादव : मुझे दो 50 करोड़ रुपए
दोस्त : 50 करोड़ ? तुम्हें इतने पैसे भारत में तो मिलेंगे नहीं, हां लेकिन पाकिस्तान से मिल सकते हैं
तेज बहादुर यादव : नहीं मैं ऐसा काम नहीं करूंगा। मैं अपने देश के प्रति वफादार हूं। फिर पैसा मायने नहीं रखता
दोस्त : अरे मैंने तो इसलिए ये सवाल पूछा कि तुमने अभी कहा कि तुम 50 करोड़ रुपए के लिए मोदी को मार सकते हो
तेज बहादुर यादव : हां लेकिन अपने देश से गद्दारी नहीं कर सकता हूं। मैं मारने के लिए तैयार हूं अगर कोई भारतीय मुझे इतने रुपए दे।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने गुरुवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरने से रोकने के लिए उन्हें नाजायज तरीके से 50 करोड़ रुपये देने की पेशकश से लेकर हत्या तक का खौफ दिखाया गया।
उन्होंने गुरुवार को सपा प्रत्याशी शालिनी यादव एवं पार्टी के अन्य नेताओं के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में अपने नामांकन रद्द होने के पीछे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं के हाथ होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके नामांकन पत्र खारिज करने के लिए हर तरीके के हथकंडे अपनाये गए, जिससे उन्हें चुनाव मैदान बाहर कर दिया गया है।