भुवनेश्वर। ओडिशा तट से शुक्रवार सुबह टकराये भीषण चक्रवाती तूफान फोनी के कारण हुई विभिन्न घटनाओं में राज्य में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी और 160 से अधिक घायल हो गये। फोनी के आज शाम तक अत्याधिक भीषण श्रेणी से थोड़ा कमजोर होने के बावजूद तबाही पर विराम नहीं लगा है। पुरी में एक पेड़ गिरने से उसकी चपेट में आकर एक किशोर की मौत हो गयी। वहीं नयागढ़ में कंक्रीट की एक इमारत का एक हिस्सा टूट कर गिरने से एक महिला की मौत हो गयी। केंद्रपाड़ा जिले में एक आश्रय स्थल में एक बुजुर्ग महिला की तूफान के दौरान दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज शाम चक्रवात की स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘अभी-अभी मैंने मुख्य सचिव और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चक्रवात की स्थिति का जायजा लिया। हमारी पहली प्राथमिकता संवेदनशील इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की है। पिछले 24 घंटों में करीब 12 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।’’ पटनायक ने कहा, ‘‘फोनी चक्रवात अभी भी ओडिशा से गुजर रहा है। इसके ओडिशा से गुजर जाने के बाद ही नुकसान का वास्तविक आकलन किया जा सकेगा। पुरी शहर और पुरी जिले को भारी नुकसान पहुंचा है। ऊर्जा का बुनियादी ढांचा पूरी तरह ध्वस्त हो गया है और बिजली की आपूर्ति बहाल करना एक बड़ी चुनौती होगी।’’ उन्होंने आश्वासन दिया कि गंजम जिले में बिजली की आपूर्ति शनिवार को बहाल कर ली जायेगी और अन्य इलाकों में भी युद्ध स्तर काम किया जा रहा है।
सड़क संपर्क बहाल करने का काम शुरू कर दिया गया है। गंजम और गजपति जिलों में यह काम पूरा हो गया है। राज्य सरकार की ओर से केंद्र को भेजी गयी रिपोर्ट के मुताबिक फोनी से कटक, खुर्दा, भुवनेश्वर और पुरी जिलों में सर्वाधिक नुकसान हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार इन जिलों मे तूफान से मकानों को भारी क्षति पहुंची है। पुरी, भुवनेश्वर, कटक, ढेंकनाल, पलासा और विजयनगरम में ट्रेन सेवाएं पूरी तरह ठप हो गयी हैं। ओवरहेड वायर, सिग्नल प्रणाली, ट्रैक और रेलवे प्लेटफॉर्म को भी खासा नुकसान हुआ है पूर्व तटीय रेलवे ने बताया कि उसने दस और ट्रेनों का परिचालन रद्द किया है जिनमें से सात तीन मई को, एक-एक ट्रेन चार, छह और सात मई को रद्द की गयी है। रेलवे ने इससे पहले एक से तीन मई के बीच 147 ट्रेनों का परिचालन रद्द किया है। भुवनेश्वर हवाई अड्डे से विमानन सेवाएं आज दिन भर बंद रहीं।