नई दिल्ली। भाजपा के स्थापना दिवस कार्यक्रम से पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने ब्लॉग लिखकर अपने विचारों को सांझा किया है। लालकृष्ण आडवाणी ने ब्लाग में कहा कि बीजेपी ने शुरू से ही राजनीतिक विरोधियों को दुश्मन नहीं माना। जो हमसे राजनीतिक तौर पर सहमत नहीं हैं इन्हें देश विरोधी नहीं कहा। उन्होंने आगे लिखा, 'पार्टी नागरिकों के व्यक्तिगत और राजनीति पसंद की स्वतंत्रता के पक्ष में रही है। जिसके बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा ने भी फेसबुक पोस्ट लिख आडवाणी के पक्ष में बात रखी है। उन्होंने लिखा कि अगर हम अपने वरिष्ठों की सलाह को नहीं मानते हैं तो ये शर्मनाक है। रॉबर्ट वाड्रा ने लिखा कि पार्टी के सबसे अहम स्तंभ रहे व्यक्ति को लंबे समय से भुला दिया गया है। जो नेता अपनी नीति और शासनकला को लेकर जाना जाता है, उसका सम्मान होना चाहिए इस तरह इग्नोर नहीं करना चाहिए। इस तरह अपने सीनियर की सलाह को न मानना शर्मनाक है। एक विपक्ष के नेता के तौर पर मैंने उनका सम्मान किया है, ये काफी बुरा है कि उनकी पार्टी ने ही उन्हें भुला दिया।
लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को एक ब्लॉग लिखा था, उनका ये ब्लॉग भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर लिखा गया है। इसमें उन्होंने कहा कि उनके लिए सबसे पहले देश है, फिर पार्टी और उसके बाद खुद हैं। लालकृष्ण आडवाणी इस बार गांधीनगर सीट से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। उन्होंने अपने लोकसभा क्षेत्र गांधी नगर के लोगों का शुक्रिया अदा भी किया। उन्होंने लिखा,''मैं गांधीनगर के लोगों के लिए अपनी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं, जिन्होंने 1991 के बाद छह बार मुझे लोकसभा के लिए चुना।
उनके प्यार और समर्थन ने मुझे हमेशा अभिभूत किया है। मातृभूमि की सेवा करना मेरा जुनून और मेरा मिशन है''। उन्होंने आगे लिखा है,''जब से मैंने 14 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ज्वाइन किया है तब से आज तक लगभग सात दशकों से मेरा जीवन मेरी पार्टी से जुड़ा रहा। पहले भारतीय जनसंघ के साथ और बाद में भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य के तौर पर मैंने अपनी सभी जिम्मेदारी निभाई है।