नई दिल्ली। सरकार ने कहा है कि प्रजनन और बच्चों के स्वास्थ्य, संचारी तथा गैर-संचारी रोगों के निराकरण के लिए देश में 17 हजार से अधिक स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती केन्द्र काम कर रहे हैं तथा उन्हें और मजबूत बनाया जा रहा है। स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूद ने गुरुवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस समारोहों के तहत आयोजित कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस समय देश में 17 हजार से अधिक स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती केन्द्र संचालित किए जा रहे हैं जिनमें प्रजनन और बच्चों के स्वास्थ्य, संचारी रोगों की वर्तमान सेवाओं के साथ गैर-संचारी रोगों के लिए सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
इसके साथ ही सरकार करीब डेढ़ लाख स्वास्थ्य सुविधा केन्द्रों को मजबूत बनाने में लगी है ताकि गांव और शहरों में लोगों को विस्तृत प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि आयुष्मान भारत के दो भाग हैं। इनमें प्राथमिक स्वास्थ्य देखरेख के लिए स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती केन्द्र तथा द्वितीय और तृतीयक देखभाल के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना है। भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. हेंक बेकडम ने कहा कि यह एक श्रेष्ठ प्राथमिक स्वास्थ्य देखरेख प्रणाली है। इसका मकसद लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान तथा स्वास्थ्य केन्द्रों को मजबूत बनाना है।