नई दिल्ली। जाने-माने अर्थशास्त्री और सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज को झारखंड पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ज्यां द्रेज के साथ दो अन्य लोगों को भी थाने ले जाया गया। द्रेज को बिना अनुमति सार्वजनिक कार्यक्रम करने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। हालांकि बाद में द्रेज और उनके दो साथियों को छोड़ दिया था। लेकिन स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने इसको लेकर ट्वीट किया और अर्थशास्त्री की गिरफ्तारी को शर्मनाक बताया।
खबर के मुताबिक, ज्यां द्रेज झारखंड के गढ़वा जिले के विशुनपुरा में भोजन के अधिकार अभियान के तहत सभा करने पहुंचे थे। लेकिन इस कार्यक्रम को प्रशासन की तरफ से हरी झंडी नहीं मिली थी जिसके बाद पुलिस ने कार्यक्रम स्थल ने अर्थशास्त्री और उनके दो साथियों को हिरासत में ले लिया। इन लोगों को बिशुनपुरा थाने में रखा गया था। हालांकि पूछताछ के बाद इन लोगों को छोड़ दिया गया।
वहीं, ज्यां द्रेज के हिरासत में लिए जाने पर योगेंद्र यादव ने ट्वीट किया, 'ये वाकई चौंकाने वाला है। ज्यां द्रेज एक संत-अर्थशास्त्री हैं, जो झुग्गी-झोपड़ियों में रहते थे, किसी भी अर्थशास्त्री की तुलना में गरीबों के लिए बहुत कुछ लिखा और किया, जिन्होंने तमाम सुविधाओं का त्याग कर दिया, भारत की नागरिकता हासिल की, वे शांतिप्रिय हैं। उनको गिरफ्तार करने से ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता।'
ज्यां द्रेज वर्तमान में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में मानद प्रोफेसर और रांची विश्वविद्यालय में एक विजिटिंग प्रोफेसर हैं। वह पहले लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ा चुके हैं। बेल्जियम में जन्मे ज्यां द्रेज जाने माने अर्थशास्त्री और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो भारत में भूख, अकाल, लैंगिक असमानता, बाल विवाह, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दों पर अध्ययन करते रहे हैं। भारत में मनरेगा की अवधारणा और ग्रामीण रोजगार का मसौदा तैयार करने का श्रेय भी इनको ही है।