हैदराबाद। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव पी. मुरलीधर राव और आठ अन्य के खिलाफ 2.17 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में हैदराबाद में आपराधिक मुकदमा दर्ज किया गया है। इन सभी लोगों पर आरोप है कि इन्होंने हैदराबाद के एक प्रॉपर्टी डीलर को केंद्र सरकार में नॉमिनेटेड पोस्ट दिलाने के नाम पर पैसे लिए। पीड़ित का कहना है कि उसे केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण के फर्जी दस्तखत वाला लेटर दिखाकर धोखा दिया गया। इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए मुरलीधर राव ने कहा उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। प्रॉपर्टी डीलर महिलाल रेड्डी की पत्नी टी. प्रणव रेड्डी की शिकायत के आधार पर सरूर नगर पुलिस ने केस दर्ज किया है।
राव के करीबी ने की गड़बड़
शिकायत के मुताबिक नवंबर 2015 में ईश्वर रेड्डी ने खुद को वरिष्ठ भाजपा नेताओं का करीबी बताकर महिलाल रेड्डी से संपर्क किया और कहा वह राव के खास कृष्ण किशोर को जानता है। रेड्डी ने कहा कृष्ण किशोर किसी भी विभाग में नॉमिनेशन से मिलने वाले पद दिला सकता है। महिलाल रेड्डी की पत्नी ने कहा वह और उनके पति पैसे खर्च करके भी पद पाने को आतुर थे।
प्रस्ताव मानने का दबाव डाला
शिकायत में कहा ईश्वर रेड्डी ने कृष्ण किशोर और भाजपा नेता मंदा रामचंद्र रेड्डी के साथ फिर हम लोगों से संपर्क किया और प्रस्ताव मानने का दबाव डाला। कहा फार्मा एक्सिल में पद दिला देंगे। बाद में इन तीनों ने और कई अन्य ने मिलकर मुरलीधर राव के संलिप्तता के साथ एक लेटर दिखाया, जिस पर निर्मला सीतारमण के दस्तखत थे। यह वादा किया गया कि मेरे पति को फार्मा एक्सिल का चेयरमैन बनाया जाएगा। इसके एवज में इन लोगों ने हमसे 2.17 करोड़ रुपए ले लिए।
मुरलीधर बोले-मेरा लेना-देना नहीं है
मुरलीधर राव ने कहा, शिकायतकर्ता ने तीन साल पहले मुझसे फोन पर संपर्क किया और इसी बारे में बात की थी। मैंने उनसे कहा था कि वह इसकी शिकायत पुलिस के पास दर्ज कराएं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मैं इनमें से कई आरोपियों को जानता भी हूं लेकिन इस पूरे मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है।