नई दिल्ली। चीन और इथोपिया के बाद कई अन्य देशों में स्थानीय विमानन नियामक या स्वयं विमान सेवा कंपनियों ने बोइंग 737 मैक्स-8 विमानों के परिचालन पर रोक लगा दी है, हालाँकि भारत में अतिरिक्त दिशा-निर्देशों के साथ इनके परिचालन की अनुमति दी गई है। पाँच महीने से भी कम समय में मैक्स विमान को लेकर हुये दूसरे बड़े हादसे के मद्देनजर चीन और इथोपिया ने सोमवार को ही इनके परिचालन पर प्रतिबंध लगा दिया था। सिंगापुर ने भी वहाँ आने या वहाँ से जाने वाली उड़ानों के लिए इन विमानों का इस्तेमाल प्रतिबंधित कर दिया है।
मैक्सिको की एयरो मैक्सिको, ब्राजील की जीओएल एयरलाइन, अर्जेंटीना की एयरोलाइनियाज और इंडोनेशिया की गरुड़ा और लायन एयर ने मैक्स विमानों का परिचालन फिलहाल बंद करने की घोषणा की है। इथोपिया में 10 मार्च को इथोपियन एयरलाइंस का एक बोइंग 737 मैक्स-8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद दुनिया भर में एयरलाइंस और देश बोइंग के परिचालन को लेकर सावधानी बरत रहे हैं। इस हादसे में चालक दल के आठ सदस्यों समेत विमान में सवार सभी 157 लोग मारे गये थे।
इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में इंडोनेशिया में लायन एयर का एक बोइंग 737 मैक्स-8 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उसमें चालक दल के सदस्यों समेत सभी 189 लोगों की मौत हो गई थी। भारत में इस समय 17 बोइंग 737 मैक्स-8 विमान हैं। इनमें पाँच जेट एयरवेज के पास हैं जो पट्टे का किराया नहीं चुकाने के कारण पहले से ही उड़ान नहीं भर रहे हैं। किफायती विमान सेवा कंपनी स्पाइसजेट के पास 12 मैक्स विमान हैं। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सोमवार को नये दिशा-निर्देश जारी करते हुये कहा है कि मैक्स विमान वही पायलट उड़ा सकेंगे जिनके पास बोइंग 737 एनजी या मैक्स विमान उड़ाने का कम से कम 1000 घंटे का अनुभव हो।
सह-पायलट के लिए भी 500 घंटे का अनुभव अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा कुछ अतिरिक्त जाँच भी अनिवार्य किये गये हैं। नियामक ने कहा है कि यदि डुअल ऑटोपायलट, स्टॉल मैनेजमेंट या यऑ डैम्पनर काम नहीं कर रहा है तो विमान उड़ान नहीं भर सकता। ऑटो पायलट या एयरब्रेक में खराबी की सूचना आते ही उसे ठीक करने के बाद ही अगली उड़ान भरी जा सकेगी। अमेरिका में भी इनके परिचालन के लिए नये दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। दुनिया भर में इस समय विमान सेवा कंपनियों पास मैक्स-8 और मैक्स-9 विमानों की संख्या 387 है जिनमें 74 अमेरिका में हैं।