नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल सरकार ने जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी में नए बंकरों के निर्माण को मंजूरी दे दी है। ध्यान रहे कि बीते कुछ समय से सीमा पर पाकिस्तान की ओर से लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा रहा है और इसमें सेना के जवानों के अलावा खई आम नागरिक भी अपनी जान गंवा चुके हैं।
इस बीच एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया हैं सीमा पार से भारी गोलाबारी को देखते हुए सरकार ने पुंछ और राजौरी जिलों के 200-200 अतिरिक्त व्यक्तिगत बंकारों को मंजूरी दी है। प्रशासन ने इन बंकरों का तेजी से निर्माण सुनिश्चित करने का अधिकारियों को निर्देश दिया और कहा कि इस बाबत कोष ग्रामीण विकास विभाग के जरिए संबंधित उपायुक्तों के पास होगा। प्रवक्ता ने बताया, 'निर्धारित विनिर्देशों के मुताबिक ये बंकर अगले एक महीने में बना दिए जाएंगे। स्थानीय लोगों के मुताबिक, उन्होंने कहा कि सीमा पार से होने वाली गोलाबारी के दौरान बंकर काफी प्रभावी होते हैं। यह गोलाबारी के दौरान सरहदी इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान मुहैया कराते हैं।
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शनिवार को जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर का दौरा किया और तैयारियों की समीक्षा की तथा सभी जवानों से सतर्क रहने के लिए कहा। रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया, 'नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास वर्तमान स्थिति के मद्देनजर सेना प्रमुख और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रणबरी सिंह ने व्हाइट नाइट कोर का दौरा किया और सुरक्षा बलों की संचालन क्षमताओं की समीक्षा की। प्रवक्ता ने बताया कि सेना प्रमुख को संघर्ष विराम उल्लंघन की बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए किए गए उपायों से भी अवगत कराया गया। सेना प्रमुख ने ड्यूटी के प्रति जवानों की प्रतिबद्धता, समर्पण और उच्च स्तरीय पेशेवर क्षमता की प्रशंसा की।