बालेश्वर। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से मंगलवार को सतह से हवा में मार करने वाली दो ‘क्विक रीच सरफेस टू एयर मिसाइलों’ का सफल परीक्षण किया। डीआरडीओ से यहां एक बयान जारी कर कहा कि दोनों मिसाइलों का अलग-अलग ऊंचाई से और परिस्थितियों में परीक्षण किया गया। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस उपलब्धि के लिए डीआरडीओ को बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्वदेश में निर्मित और विकसित क्यूआरएसएएम से सशस्त्र बलों की रक्षा क्षमता में महत्वपूर्ण बढोतरी होगी।
इन मिसाइलों के परीक्षण से इसके जबरदस्त नियंत्रण, एयरोडायनेमिक्स, बेहतर ढांचागत प्रदर्शन और प्रणोदन का सफल प्रदर्शन हुआ है। ये मिसाइलें जमीन से ही किसी भी संदिग्ध एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर, पोत निरोधक मिसाइल, यूएवी, बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल और लड़ाकू विमानों को हवा में ही ध्वस्त करने में सक्षम है।