नई दिल्ली। वायु सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के जिस आतंकवादी कैंप को आज नेस्तनाबूद किया उसे संगठन के मुखिया मसूद अजहर का साला मौलाना युसूफ अजहर चलाता था जो इंडियन एयरलाइंस के विमान का अपहरण कर कंधार ले गया था। सूत्रों के अनुसार इस आतंकवादी कैंप में आतंकवादियों के साथ-साथ बॉडर एक्शन टीम (बैट) के कमांडो को हथियारों का गहन प्रशिक्षण दिया जाता था।
यह जैश ए मोहम्मद के बड़े कैंपों में गिना जाता था और इसमें हर रोज कम से कम 200 आतंकवादी रहते थे। अपेक्षाकृत सुरक्षित माने जाने वाले इस कैंप में अब तक हजारों आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी थी। मसूद अजहर के बेटे अब्दुल्ला ने भी दिसम्बर 2017 में इसी कैंप में हथियारों का गहन प्रशिक्षण लिया था।
सूत्रों के अनुसार जिन लेजर निर्देशित बमों से इस कैंप पर बमबारी की गयी है उसके बाद वहां कुछ बचना मुशिकल है। इसलिए वायु सेना की कार्रवाई में कम से कम 200 आतंकवादियों के मारे जाने की संभावना है। इस कैंप में 6 बैरक थी जिनमें आतंकवादी रहते थे। इसमें नवम्बर 2017 जैश के 60 कट्टर आतंकवादियों को तीन महीने का गहन लड़ाकू प्रशिक्षण दिया गया था। गत वर्ष जुलाई में जैश के 160 बड़े आतंकवादियों ने इसी कैंप में 10 दिन का विशेष प्रशिक्षण लिया। पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड और आईईडी बनाने में माहिर अब्दुल रशीद गाजी ने यहां बड़ी संख्या में आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी थी।
सूत्रों का यह भी कहना है कि वायु सेना की आज की कार्रवाई से आतंकवादियों को सख्त संदेश गया है क्योंकि यह कैंप काफी भीतर तथा अपेक्षाकृत सुरक्षित माने जाने वाले क्षेत्र में था जहां आतंकवादी बिना डर भय के घूमते थे। अब उन्हें यह क्षेत्र छोड़कर और आगे जाने पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद देश में आक्रोश का माहौल था और सभी ओर से पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही थी।
इस हमले में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान शहीद हो गये थे। वायु सेना के 12 मिराज विमानों ने आज तड़के बड़े मिशन को अंजाम दिया और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर जैश ए मोहम्मद के बालाकोट में आतंकवादी शिविर पर भारी बमबारी की। जैश ए मोहम्मद ने ही पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी।